सरगुजा जिले में खाद की किल्लत, कालाबाजारी और किसानों की समस्याओं को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी ने शुक्रवार को जोरदार प्रदर्शन किया। बनारस रोड स्थित ग्राम डिगमा के पास कांग्रेसियों ने चक्काजाम कर सरकार के खिलाफ अपना रोष व्यक्त किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि सरकार जानबूझकर किसानों को खाद उपलब्ध नहीं करा रही है, जिससे धान का उत्पादन प्रभावित हो रहा है।
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अंबिकापुर में कांग्रेस का हल्ला बोल: खाद कालाबाजारी और सरकारी उदासीनता के खिलाफ चक्काजाम
अंबिकापुर : खाद कालाबाजारी और सरकारी उदासीनता के खिलाफ चक्काजाम, सरगुजा जिले में खाद की किल्लत, कालाबाजारी और किसानों की समस्याओं को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी ने शुक्रवार को जोरदार प्रदर्शन किया। बनारस रोड स्थित ग्राम डिगमा के पास कांग्रेसियों ने चक्काजाम कर सरकार के खिलाफ अपना रोष व्यक्त किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि सरकार जानबूझकर किसानों को खाद उपलब्ध नहीं करा रही है, जिससे धान का उत्पादन प्रभावित हो रहा है।
खाद की किल्लत और कालाबाजारी से किसान बेहाल
कांग्रेस पदाधिकारियों ने बताया कि खरीफ सीजन में यूरिया की सबसे ज्यादा आवश्यकता होती है, लेकिन सरगुजा जिले में इसकी भारी कमी बनी हुई है। किसान 266 रुपए में मिलने वाले यूरिया को 800 से 1000 रुपए में खरीदने को मजबूर हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और खराब हो रही है।खाद कालाबाजारी और सरकारी उदासीनता के खिलाफ चक्काजाम
सरकार पर गंभीर आरोप
चक्काजाम के दौरान कांग्रेस ने आरोप लगाया कि खरीफ सीजन की शुरुआत से ही समितियों में यूरिया, डीएपी और अन्य कॉम्प्लेक्स खाद की निरंतर कमी बनी हुई है। सरकार ने रूस-यूक्रेन युद्ध की आड़ में डीएपी खाद का आयात ही नहीं किया, जिससे किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।खाद कालाबाजारी और सरकारी उदासीनता के खिलाफ चक्काजाम
पूर्व नेता प्रतिपक्ष शफी अहमद ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार जानबूझकर किसानों को खाद उपलब्ध नहीं करा रही है। उनका एकमात्र लक्ष्य धान उत्पादन को प्रभावित करना है, ताकि धान खरीदी का बोझ कम हो सके।खाद कालाबाजारी और सरकारी उदासीनता के खिलाफ चक्काजाम
कांग्रेस की प्रमुख मांगें
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस ने मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर कुल 7 प्रमुख मांगें रखीं:
समितियों के माध्यम से तत्काल शासकीय दर पर किसानों को खाद उपलब्ध कराई जाए।
खाद की कालाबाजारी करने वालों के विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई की जाए।
वन अधिकार पट्टे के धान उत्पादक किसानों को भी समर्थन मूल्य पर धान बेचने की सुविधा मिले।
किसानों की सहमति के बगैर फसल बीमा प्रीमियम की कटौती बंद की जाए।
सिंचित क्षेत्रों को जिन्हें असिंचित घोषित किया गया है, उन्हें पुनः सिंचित घोषित किया जाए।
किसानों को पर्याप्त मात्रा में यूरिया और डीएपी उपलब्ध कराया जाए।
सरकार किसानों की समस्याओं के प्रति अपनी उदासीनता छोड़े।
प्रदर्शन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शामिल
धरना, प्रदर्शन और सांकेतिक चक्काजाम कार्यक्रम का संचालन दुर्गेश गुप्ता ने किया, जबकि आभार प्रदर्शन ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष हेमंत सिन्हा ने किया। इस दौरान पीसीसी उपाध्यक्ष जेपी श्रीवास्तव, महामंत्री द्वितेन्द्र मिश्रा, पूर्व जिलाध्यक्ष राकेश गुप्ता, विनय शर्मा, इंद्रजीत सिंह धंजल, रामविनय सिंह, जगन्नाथ कुशवाहा, मुनेश्वर राजवाड़े, नारद गुप्ता, अनिल सिंह, शैलेंद्र सोनी, अनूप मेहता सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और किसान मौजूद थे।खाद कालाबाजारी और सरकारी उदासीनता के खिलाफ चक्काजाम
उत्पादन प्रभावित होने की आशंका
कांग्रेस जिलाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने चेतावनी दी कि सरकार के इस रवैये के कारण अच्छी बारिश के बावजूद किसानों का उत्पादन प्रभावित होने की संभावना बन रही है, जिससे खाद्य सुरक्षा पर भी असर पड़ सकता है। उन्होंने सरकार से तत्काल इस गंभीर समस्या पर ध्यान देने की अपील की।खाद कालाबाजारी और सरकारी उदासीनता के खिलाफ चक्काजाम
Dr. Tarachand Chandrakar is a respected journalist with decades of experience in reporting and analysis. His deep knowledge of politics, society, and regional issues brings credibility and authority to Nidar Chhattisgarh. Known for his unbiased reporting and people-focused journalism, he ensures that readers receive accurate and trustworthy news.
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