Article Body
'आकाशगंगा' का नया ठिकाना, शहर को मिली साँस - राधिका नगर में बनेगी नई थोक सब्जी मंडी, दशकों पुरानी यातायात समस्या का समाधान
भिलाई, छत्तीसगढ़: भिलाई की व्यस्ततम और दशकों पुरानी आकाशगंगा थोक सब्जी मंडी आखिरकार एक नए पते की ओर बढ़ रही है। नगर निगम भिलाई ने शहर के यातायात को सुचारु करने और आम जनता को राहत दिलाने के लिए इस मंडी को राधिका नगर स्थित सुपेला पुलिस थाना के पीछे की खाली जगह पर स्थानांतरित करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। यह कदम न केवल भिलाई के शहरी नियोजन के लिए मील का पत्थर साबित होगा, बल्कि यह उस लंबी प्रतीक्षा का भी अंत है, जिसने बीते एक दशक में छह से अधिक असफल योजनाओं को देखा है।
क्यों बनी थी आवश्यकता? 'आकाशगंगा' की अस्त-व्यस्त कहानी
आकाशगंगा सब्जी मंडी, भिलाई के दिल में स्थित होने के कारण, शहर के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई थी। रोज सुबह सैकड़ों की संख्या में बड़े ट्रक और छोटे वाहन सब्जियों की लोडिंग-अनलोडिंग के लिए यहाँ आते थे, जिससे आकाशगंगा चौक और उसके आसपास के इलाकों में भीषण जाम लग जाता था। यह न केवल राहगीरों और दुकानदारों के लिए परेशानी का सबब था, बल्कि आपातकालीन सेवाओं के लिए भी एक बड़ी बाधा बन चुका था। यातायात बाधित होने से प्रदूषण बढ़ता था, ध्वनि प्रदूषण होता था, और दुर्घटनाओं का खतरा भी हमेशा बना रहता था।
एक स्थानीय दुकानदार, रमेश साहू, ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा, "सुबह 6 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक यहाँ से निकलना मुश्किल हो जाता है। ट्रकों की कतारें इतनी लंबी होती हैं कि पैदल चलना भी दूभर हो जाता है। हम तो कई सालों से इंतजार कर रहे थे कि कब यह मंडी यहाँ से हटेगी।"
दशकों की जद्दोजहद और असफल प्रयास
आकाशगंगा मंडी को हटाने की यह योजना कोई नई नहीं है। बीते लगभग 10 सालों में, नगर निगम भिलाई ने कम से कम छह बार इस मंडी को स्थानांतरित करने की कोशिश की, लेकिन हर बार यह योजना कागजों तक ही सीमित रह गई।
-
कुरूद बस्ती का सपना: कुछ साल पहले, मंडी को शहर से दूर कुरूद बस्ती, जामुल रोड के पास निगम के ट्रेचिंग ग्राउंड के आसपास शिफ्ट करने की योजना बनी। तर्क था कि शहर से बाहर होने से यातायात पर कोई असर नहीं पड़ेगा, लेकिन व्यापारियों की असुविधा के चलते यह योजना परवान नहीं चढ़ सकी।
-
भिलाई नगर रेलवे स्टेशन के पास गौठान: इसके बाद, भिलाई नगर रेलवे स्टेशन के पास गौठान के समीप भी जगह तलाशी गई, लेकिन वह भी सफल नहीं रही।
-
अधिकारी बदले, योजनाएं बदलीं: यह एक कटु सत्य है कि जैसे-जैसे नगर निगम में अधिकारी बदलते गए, वैसे-वैसे मंडी शिफ्टिंग की योजनाएं और जगह के प्रस्ताव भी बदलते गए। राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी और प्रशासनिक जटिलताओं ने इस मुद्दे को हमेशा लटकाए रखा।
एक निगम अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, "हर बार जब नई योजना बनती थी, तो व्यापारियों के विरोध या उपयुक्त जगह न मिल पाने की वजह से वह ठंडे बस्ते में चली जाती थी। यह एक बड़ी चुनौती थी, क्योंकि व्यापारियों को भी अपनी सुविधा देखनी होती है।"
`राधिका नगर का रास्ता: उम्मीद की नई किरण
इस दशकों पुरानी समस्या का समाधान तब होता दिख रहा है, जब कुछ सप्ताह पहले भिलाई कलेक्टर शहर के दौरे पर आए थे। उनके निर्देश पर निगम प्रशासन ने एक बार फिर सक्रियता दिखाते हुए विभिन्न क्षेत्रों में जगह की तलाश शुरू की। गहन विचार-विमर्श और व्यावहारिकता के आकलन के बाद, राधिका नगर स्थित सुपेला पुलिस थाना के पीछे की खाली जगह को नई थोक सब्जी मंडी के लिए चुना गया है।
भिलाई नगर निगम आयुक्त राजीव पांडेय ने इस फैसले की पुष्टि करते हुए कहा, "आकाशगंगा सब्जी मंडी को दूसरी जगह शिफ्ट करने का प्रस्ताव तैयार है। इसके लिए उपयुक्त जगह की तलाश की गई है, और राधिका नगर का चयन हुआ है। कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।" यह बयान स्पष्ट करता है कि इस बार निगम प्रशासन पूरी दृढ़ता के साथ इस योजना को अंजाम तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
नई जगह की खूबियाँ: क्यों राधिका नगर है सबसे उपयुक्त?
राधिका नगर में नई मंडी के स्थानांतरण से कई समस्याओं का समाधान होने की उम्मीद है, और यह किसानों, थोक व्यापारियों तथा आम जनता सभी के लिए फायदेमंद साबित होगा।
-
राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ाव: सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि राधिका नगर की यह जगह राष्ट्रीय राजमार्ग के काफी नजदीक है। थोक व्यापारियों की हमेशा से यह मांग रही है कि मंडी ऐसी जगह हो, जहाँ नेशनल हाईवे से सीधी कनेक्टिविटी हो। इससे बाहर के राज्यों से सब्जी लाने वाले ट्रकों और स्थानीय किसानों को अपनी उपज बेचने आने में आसानी होगी। प्रतिदिन 100-120 थोक ट्रक और 80-90 चिल्लर ट्रक सब्जियां लेकर मंडी आते हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग से नजदीक होने से इन भारी वाहनों को शहर के भीतर प्रवेश करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, जिससे शहर के भीतर का यातायात सुचारु रहेगा।
-
पर्याप्त खाली स्थान: सुपेला पुलिस थाना के पीछे की यह जगह पर्याप्त खाली स्थान प्रदान करती है, जहाँ न केवल बड़े ट्रकों की पार्किंग की व्यवस्था हो सकती है, बल्कि भविष्य में मंडी के विस्तार की भी गुंजाइश रहेगी।
-
जनता को राहत: सबसे बड़ी राहत भिलाई की आम जनता को मिलेगी, जिन्हें अब आकाशगंगा चौक पर लगने वाले भीषण जाम और गंदगी से मुक्ति मिलेगी। यह क्षेत्र अब साफ-सुथरा और सुगम यातायात वाला बन सकेगा।
-
आधुनिक सुविधाओं का विकास: नई मंडी में व्यापारियों और किसानों के लिए बेहतर सुविधाओं जैसे कोल्ड स्टोरेज, शौचालय, पानी की व्यवस्था और पार्किंग की सुविधा विकसित की जा सकती है, जिससे व्यापार करना और भी आसान हो जाएगा।
भविष्य की ओर एक कदम
भिलाई में राधिका नगर में नई आकाशगंगा सब्जी मंडी का निर्माण सिर्फ एक स्थानांतरण नहीं है, बल्कि यह भिलाई के शहरी विकास और यातायात प्रबंधन के लिए एक दूरगामी कदम है। यह दिखाता है कि प्रशासनिक इच्छाशक्ति और जनहित में लिए गए निर्णय किस तरह दशकों पुरानी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं। यह निर्णय न केवल भिलाई के व्यापारियों और किसानों को बेहतर व्यापारिक माहौल देगा, बल्कि शहर के नागरिकों को भी एक सुगम और स्वच्छ वातावरण प्रदान करेगा। अब देखना यह है कि यह "प्रक्रियाधीन कार्यवाही" कितनी जल्दी जमीन पर साकार होती है और भिलाई एक नए, अधिक व्यवस्थित थोक सब्जी मंडी का गवाह बनता है।
Comments