भिलाई की 'स्वच्छ धरा' पहल: 136 सप्ताह से पर्यावरण संरक्षण और सफाई का महाअभियान, पार्षद का मिला समर्थन
भिलाई : "हरा भरा, स्वच्छ धरा" के महान उद्देश्य को लेकर छत्तीसगढ़ में 'स्वच्छ धरा वेलफेयर समिति' लगातार एक ऐसे अभियान को गति दे रही है, जो आज के दौर में अत्यंत प्रासंगिक है। संरक्षक नाड़ी वैद्य बिरेंद्र कुमार देशमुख और संस्थापक प्रदेश अध्यक्ष नवनीत कुमार हरदेल के दूरदर्शी मार्गदर्शन में, समिति ने स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण जागरूकता के अपने अथक प्रयासों का 136वां सप्ताह सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। इस अनवरत यात्रा में, भिलाई-रिसाली सेक्टर ब्लॉक 32/2 के सामने स्थित एक गार्डन ने लगातार छठे सप्ताह समिति के प्रयासों का साक्षी बना, जहां टीम ने न केवल साफ-सफाई की, बल्कि स्थानीय लोगों को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाने का भी काम किया।
गार्डन को संवारने का अनवरत प्रयास
भिलाई-रिसाली के इस विशेष गार्डन में, स्वच्छ धरा वेलफेयर समिति की टीम ने पिछले छह हफ्तों से लगातार कार्य किया है। इस दौरान, उन्होंने अनावश्यक खरपतवार, गाजर घास, प्लास्टिक झिल्ली, पानी पाउच, खाली बोतलें और कागज जैसे कचरे को बड़े पैमाने पर एकत्रित किया और उसे निर्धारित स्थान पर डंप किया। यह एक ऐसा प्रयास है जो दिखाता है कि कैसे छोटे-छोटे कदम भी बड़े बदलाव ला सकते हैं। जहां अक्सर लोग सरकारी निकायों पर निर्भर रहते हैं, वहीं यह समिति सामुदायिक भागीदारी का एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत कर रही है।
लगाए गए पौधों की देखभाल और जागरूकता संदेश
समिति का कार्य केवल सफाई तक ही सीमित नहीं है। उन्होंने पूर्व में लगाए गए फलदार, छायादार और औषधीय पौधों की उचित देखभाल भी की, जो इस बात का प्रमाण है कि वे केवल तात्कालिक सफाई पर नहीं, बल्कि दीर्घकालिक पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इन पौधों का पोषण करना और उन्हें बढ़ते देखना, समिति के सदस्यों के समर्पण को दर्शाता है।
इसके साथ ही, समिति ने बैनर और पोस्टर के माध्यम से प्रभावशाली संदेशों का प्रसार किया। "पौधे लगाकर पेड़ बनाओ, जीवन में खुशियॉं बरसाओ" और "जागो और जगाओ, स्वच्छता अपनाओ" जैसे नारे लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, "खुले में शौच न करें, न ही करने दें, न करवाएं" का संदेश देकर समिति ने सार्वजनिक स्वास्थ्य और स्वच्छता के एक महत्वपूर्ण पहलू को भी छुआ, जो स्वच्छ भारत अभियान का एक अभिन्न अंग है।
स्थानीय पार्षद का समर्थन: सामुदायिक प्रयासों को मिला प्रोत्साहन
समिति के इस अनवरत और प्रभावी जागरूकता अभियान से प्रभावित होकर, स्थानीय वार्ड पार्षद संजू नेताम ने भी अपना समर्थन व्यक्त किया है। उन्होंने पौधों की सुरक्षा के लिए घेराबंदी करवाने का आश्वासन दिया है। यह एक महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि यह स्थानीय निकाय और नागरिक समाज के बीच सहयोग को दर्शाता है। आज उन्होंने दो सफाई कर्मचारियों को भी उस गार्डन की सफाई के लिए भेजा, जो समिति के प्रयासों को मान्यता और बढ़ावा देने का एक ठोस संकेत है। यह साझेदारी यह सुनिश्चित करेगी कि समिति के स्वयंसेवी प्रयासों को संस्थागत समर्थन भी मिले, जिससे कार्य की निरंतरता बनी रहे।
मुहिम की व्यापकता और भविष्य की योजनाएं
स्वच्छ धरा वेलफेयर समिति छत्तीसगढ़ के संस्थापक प्रदेश अध्यक्ष नवनीत कुमार हरदेल ने इस जागरूकता अभियान के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि उनकी इस मुहिम से प्रभावित होकर लोग जागरूक हो रहे हैं और अपने-अपने क्षेत्रों में स्वच्छता एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य कर रहे हैं। यह समिति के प्रयासों की सफलता का एक बड़ा प्रमाण है।
हरदेल ने अन्य लोगों से भी अपील की है कि वे स्वच्छ धरा वेलफेयर समिति की टीम से जुड़ें और गांव, शहर, महानगर, जिला, संभाग, राज्य, और यहां तक कि देश में कहीं भी इस जागरूकता अभियान को आगे बढ़ाएं। उन्होंने आश्वासन दिया कि स्वच्छ धरा वेलफेयर समिति हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए हमेशा तत्पर रहेगी। यह एक महत्वाकांक्षी आह्वान है जो दर्शाता है कि समिति अपने प्रभाव क्षेत्र को व्यापक बनाना चाहती है और अधिक से अधिक लोगों को इस नेक कार्य से जोड़ना चाहती है।
समिति के संयुक्त सचिव सुरेंद्र साहू ने भी आम जनता से अपील की है कि वे समिति की टीम द्वारा किए जा रहे स्वच्छता और पौधारोपण जागरूकता अभियान से प्रेरणा लें और इसे अपने-अपने क्षेत्रों में लागू करके इस मुहिम को सफल बनाने में सहयोग करें। उनका मानना है कि जब हर व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी समझेगा और अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखने का प्रयास करेगा, तभी सही मायने में "स्वच्छ धरा" का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकेगा।
अभियान में शामिल प्रमुख सदस्य:
इस प्रेरणादायक जागरूकता अभियान में संस्थापक प्रदेश अध्यक्ष नवनीत कुमार हरदेल, प्रदेश संयुक्त सचिव सुरेंद्र साहू, आजीवन सदस्या श्रीमती तरुणा देशमुख, सरोज टहनगुरिया, श्वेता जैन, निकिता जयेश शिंगणे, भानु सिंह साहू, श्याम राय, कार्तिक राम चंद्राकर, चितरंजन दुर्गा देशमुख, महेंद्र यादव, दाऊ लाल बघेल, मधु कुमार देशमुख, भानु शंकर बेलचंदन और भागीरथी सिन्हा जैसे समर्पित सदस्य शामिल हुए। इन सभी स्वयंसेवकों का अथक प्रयास ही इस मुहिम की रीढ़ है।
स्वच्छ धरा वेलफेयर समिति छत्तीसगढ़ का यह 136वां साप्ताहिक अभियान न केवल भिलाई-रिसाली के एक गार्डन को साफ-सुथरा बनाने का एक प्रयास है, बल्कि यह सामुदायिक भागीदारी, पर्यावरण संरक्षण और सार्वजनिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का एक जीवंत उदाहरण भी है। स्थानीय पार्षद का समर्थन इस अभियान को और मजबूती प्रदान करेगा, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि यह नेक पहल भविष्य में भी जारी रहे। यह समिति हमें याद दिलाती है कि एक स्वच्छ और हरा-भरा भविष्य केवल सरकारों की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक के सामूहिक प्रयास से ही संभव है।