भ्रष्टाचार की आंच में झुलसी 'बिहान योजना': महिलाओं ने CEO से की शिकायत

छत्तीसगढ़ में ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई 'बिहान योजना' (राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन) इन दिनों गंभीर आरोपों से घिर गई है। सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले से लगातार भ्रष्टाचार और अनियमितताओं की शिकायतें सामने आ रही हैं, जिसने योजना की मंशा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

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सारंगढ़-बिलाईगढ़ : भ्रष्टाचार की आंच में झुलसी 'बिहान योजना': महिलाओं ने CEO से की शिकायत, छत्तीसगढ़ में ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई 'बिहान योजना' (राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन) इन दिनों गंभीर आरोपों से घिर गई है। सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले से लगातार भ्रष्टाचार और अनियमितताओं की शिकायतें सामने आ रही हैं, जिसने योजना की मंशा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

पीआरपी और डीपीएम पर लगे गंभीर आरोप

पहले गोडम क्लस्टर की महिलाओं ने शासकीय राशि की बंदरबांट का आरोप लगाया था, और अब बरमकेला ब्लॉक के कांदूरपाली क्लस्टर की महिलाएं भी मुखर हो गई हैं। उन्होंने सीधे तौर पर पीआरपी (प्रोफेशनल रिसोर्स पर्सन) मधु वर्मा पर मानदेय में कटौती करने और डीपीएम (डिस्ट्रिक्ट प्रोजेक्ट मैनेजर) राजीव सिंह जूदेव पर अभद्र भाषा का प्रयोग करने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।

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वित्त मंत्री समेत उच्च अधिकारियों को शिकायत पत्र

पीड़ित महिलाओं ने इस पूरे मामले की लिखित शिकायत छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी, जिला सीईओ और जनपद सीईओ को सौंपी है। उनकी प्रमुख मांग है कि मधु वर्मा और राजीव सिंह जूदेव को तत्काल उनके पदों से हटाया जाए।

पीआरपी पर भाई-भतीजावाद और अनियमितता का आरोप

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महिलाओं का आरोप है कि पीआरपी मधु वर्मा ने योजना के तहत मिलने वाली राशि के वितरण में भारी अनियमितता बरती है। शिकायत में कहा गया है:

  • जो व्यक्ति कैडर में नहीं हैं, उनके खातों में भी राशि डाली गई है।

  • पीआरपी मधु वर्मा के रिश्तेदार, जो अन्य जिलों से संबंधित हैं, उनके खातों में भी राशि जमा की गई है।

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    एक ही परिवार की सास, बहू और बेटी के नाम पर भी राशि का वितरण किया गया है।

राशि डालकर वसूली और जानकारी का अभाव

शिकायतकर्ताओं ने यह भी बताया कि एक क्लस्टर का पैसा दूसरे क्लस्टर में भेजा गया है। शिकायत दर्ज होने के बाद कुछ सामान खुद खरीद कर दिए गए हैं, लेकिन क्लस्टर के किसी भी सदस्य को इसकी कोई जानकारी नहीं है। महिलाओं का कहना है कि मानदेय, स्टार्टअप फंड, वीओ (ग्राम संगठन) पैसा, लखपति दीदी योजना, वी-पीआरपी, लोकोस ऐप और सीआईएफ (कम्युनिटी इन्वेस्टमेंट फंड) जैसी महत्वपूर्ण राशियों का पूरा लाभ उन तक नहीं पहुंच रहा है। ग्राम संगठन के खातों में राशि डालने के बाद उसकी वसूली करने जैसे गंभीर आरोप भी लगाए गए हैं। इन सभी विषयों पर महिलाओं ने विस्तृत लिखित शिकायत प्रस्तुत की है।

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Dr. Tarachand Chandrakar

Senior Journalist & Editor, Nidar Chhattisgarh

Dr. Tarachand Chandrakar is a respected journalist with decades of experience in reporting and analysis. His deep knowledge of politics, society, and regional issues brings credibility and authority to Nidar Chhattisgarh. Known for his unbiased reporting and people-focused journalism, he ensures that readers receive accurate and trustworthy news.

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