बिहार की राजनीति में एक बड़ा मोड़ आ गया है। कांग्रेस की 'वोटर अधिकार यात्रा' को अब प्रियंका गांधी वाड्रा का भी साथ मिल गया है। वह अपने भाई राहुल गांधी के साथ इस यात्रा में शामिल हो रही हैं, जिससे विपक्ष के अभियान में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है। प्रियंका गांधी का यह दौरा इसलिए भी खास है क्योंकि वह राहुल गांधी के साथ सीतामढ़ी स्थित मां जानकी के मंदिर में पूजा-अर्चना भी करेंगी, जिसे महिला वोट बैंक को साधने की एक बड़ी रणनीतिक चाल माना जा रहा है।
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बिहार में चुनावी शंखनाद: 'वोटर अधिकार यात्रा' में भाई राहुल को मिला प्रियंका का साथ, जानकी मंदिर में पूजा कर साधेंगी महिला वोटर्स?
बिहार की राजनीति में एक बड़ा मोड़ आ गया है। कांग्रेस की 'वोटर अधिकार यात्रा' को अब प्रियंका गांधी वाड्रा का भी साथ मिल गया है। वह अपने भाई राहुल गांधी के साथ इस यात्रा में शामिल हो रही हैं, जिससे विपक्ष के अभियान में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है। प्रियंका गांधी का यह दौरा इसलिए भी खास है क्योंकि वह राहुल गांधी के साथ सीतामढ़ी स्थित मां जानकी के मंदिर में पूजा-अर्चना भी करेंगी, जिसे महिला वोट बैंक को साधने की एक बड़ी रणनीतिक चाल माना जा रहा है।
विपक्षी एकता का बड़ा प्रदर्शन: तेजस्वी और रेवंत रेड्डी भी शामिल
यह यात्रा केवल गांधी भाई-बहन तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह 'इंडिया' गठबंधन की एकजुटता का भी प्रतीक बन रही है। प्रियंका गांधी के साथ बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी, दीपांकर भट्टाचार्य और मुकेश सहनी जैसे बड़े नेता भी इस यात्रा का हिस्सा बन रहे हैं। इतने बड़े नेताओं का एक साथ मंच पर आना विपक्ष की ताकत का एक बड़ा संदेश है।
राहुल-तेजस्वी-प्रियंका की 'त्रिवेणी': युवाओं, सामाजिक न्याय और महिलाओं पर फोकस
प्रियंका गांधी के आने से यह यात्रा एक 'त्रिकोणीय पिच' पर खेली जा रही है, जहाँ हर नेता एक खास वर्ग को साधने की कोशिश कर रहा है:
राहुल गांधी: लगातार युवाओं और बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार को घेर रहे हैं।
तेजस्वी यादव: सामाजिक न्याय और आरक्षण के मुद्दे को मजबूती से उठा रहे हैं।
प्रियंका गांधी: अब महिला वोटरों पर ध्यान केंद्रित करेंगी और उनकी समस्याओं को आवाज देंगी।
यह 'त्रिवेणी' बिहार में विपक्ष के अभियान को एक नई धार देने और हर वर्ग तक अपनी पहुंच बनाने की एक सोची-समझी रणनीति है।
सियासत का बड़ा दांव: सीतामढ़ी के जानकी मंदिर क्यों जा रहे हैं राहुल-प्रियंका?
गांधी परिवार पर अक्सर अयोध्या राम मंदिर से दूरी बनाने के आरोप लगते रहे हैं। इन आरोपों के बीच, राहुल और प्रियंका का सीतामढ़ी में मां जानकी (सीता) के जन्मस्थान पर स्थित मंदिर में पूजा करना एक बड़ा सियासी दांव है। इसके जरिए कांग्रेस यह संदेश देने की कोशिश कर रही है कि वे हिंदू आस्था का सम्मान करते हैं। कांग्रेस पार्टी ने यह भी स्पष्ट किया है कि राम जन्मभूमि का ताला खुलवाने से लेकर मंदिर के शिलान्यास तक में उनके नेता राजीव गांधी की महत्वपूर्ण भूमिका थी। यह कदम विपक्ष की सॉफ्ट हिंदुत्व की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
Dr. Tarachand Chandrakar is a respected journalist with decades of experience in reporting and analysis. His deep knowledge of politics, society, and regional issues brings credibility and authority to Nidar Chhattisgarh. Known for his unbiased reporting and people-focused journalism, he ensures that readers receive accurate and trustworthy news.
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