मौत के मुंह से लौटा युवक, उफनते नाले में बही बाइक; महानदी में भी जिंदगी की जंग
बलौदाबाजार: मानसूनी बारिश ने छत्तीसगढ़ के कई जिलों में अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। बलौदाबाजार और रायपुर से सटे आरंग में बुधवार का दिन आफत बनकर आया, जहां उफनते नदी-नाले और तेज बहाव लोगों की जान पर बन आए। दो अलग-अलग घटनाओं में जहां एक युवक ने मौत को मात दी, वहीं दूसरे को बचाने के लिए बचाव दल को घंटों जूझना पड़ा। ये घटनाएं प्रकृति की शक्ति और मानवीय लापरवाही का एक खतरनाक मिश्रण प्रस्तुत करती हैं।
पलारी का दिल दहला देने वाला मंजर: जब बह गई बाइक
बुधवार की शाम, बलौदाबाजार जिले के पलारी थाना क्षेत्र स्थित रोहासी से सेमरिया नाला के पास का दृश्य रोंगटे खड़े कर देने वाला था। शाम करीब 4:30 बजे, एक युवक ने अपनी बाइक से उफनते नाले को पार करने का दुस्साहस किया। नाले का बहाव इतना तेज था कि कुछ ही पलों में उसकी बाइक अनियंत्रित होकर गहरे पानी में समा गई। चश्मदीदों के मुताबिक, युवक भी पलभर के लिए बहाव की चपेट में आ गया था, लेकिन उसकी किस्मत अच्छी थी कि स्थानीय लोग फौरन हरकत में आए।
आसपास मौजूद गांव के लोगों ने बिना एक पल गंवाए जान जोखिम में डालकर युवक को बचाने का प्रयास किया। उनकी तत्परता और साहस के चलते युवक को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, हालांकि उसकी बाइक नाले के तेज बहाव में कहीं गुम हो गई। यह घटना एक बार फिर इस बात पर जोर देती है कि भारी बारिश के दौरान उफनते नदी-नालों को पार करना कितना खतरनाक हो सकता है।
घटना की सूचना मिलते ही पलारी पुलिस की टीम तत्काल मौके पर पहुंची। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए और किसी और अप्रिय घटना से बचने के लिए, पुलिस ने तुरंत नाले के ऊपर बने पुल से आवागमन पर रोक लगा दी है। पुलिस प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसे समय में सावधानी बरतें और जान जोखिम में डालकर उफनते जलस्रोतों को पार करने से बचें।
महानदी का विकराल रूप और आरंग का सफल रेस्क्यू
इसी कड़ी में एक और घटना बुधवार देर शाम आरंग क्षेत्र के पारगांव में घटित हुई, जहां नेशनल हाईवे-53 पर महानदी पुल के नीचे एक युवक पानी के तेज बहाव में फंस गया। सुबह से हो रही लगातार मूसलाधार बारिश ने महानदी का जलस्तर अचानक बढ़ा दिया था, जिससे नदी अपने पूरे उफान पर थी। इस खतरनाक स्थिति में एक युवक का नदी में फंस जाना इलाके में हड़कंप मच गया।
जैसे ही आरंग पुलिस को युवक के महानदी में फंसे होने की सूचना मिली, थाना प्रभारी राजेश सिंह अपनी टीम के साथ बिना देर किए घटनास्थल की ओर रवाना हो गए। स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए, उन्होंने तुरंत राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीम को भी रेस्क्यू के लिए बुला लिया।
आरंग पुलिस और SDRF की संयुक्त टीम ने मिलकर एक चुनौतीपूर्ण बचाव अभियान चलाया। महानदी का तेज बहाव और लगातार बढ़ती जलस्तर रेस्क्यू ऑपरेशन को और भी मुश्किल बना रहा था। लेकिन टीम के सदस्यों ने अदम्य साहस और सूझबूझ का परिचय देते हुए घंटों मशक्कत के बाद युवक को सुरक्षित महानदी के पानी से बाहर निकाल लिया। इस सफल बचाव अभियान ने एक बार फिर आपदा प्रबंधन टीमों की दक्षता और तत्परता को उजागर किया है।
सतर्कता ही सुरक्षा: मौसम विभाग की चेतावनी और सरकारी अपील
इन घटनाओं ने एक बार फिर भारी बारिश के दौरान बरती जाने वाली लापरवाहियों और उसके संभावित गंभीर परिणामों को उजागर किया है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक छत्तीसगढ़ में भारी बारिश जारी रहने की चेतावनी जारी की है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदियों, नालों और तालाबों के पास न जाएं और बाढ़ प्रभावित या जलभराव वाले इलाकों से दूर रहें।
ग्रामीण क्षेत्रों में जहां पुल-पुलियाओं का अभाव है या वे क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, वहां जान जोखिम में डालकर पार करने की कोशिशें अक्सर दर्दनाक हादसों में बदल जाती हैं। सरकार और स्थानीय प्रशासन को ऐसी जगहों की पहचान कर वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था करनी चाहिए या कम से कम स्पष्ट चेतावनी बोर्ड लगाकर लोगों को जागरूक करना चाहिए।
इन दोनों घटनाओं ने यह साबित कर दिया है कि प्रकृति के प्रकोप के आगे मानवीय शक्ति कितनी छोटी पड़ जाती है। ऐसे में, सतर्कता, धैर्य और प्रशासन के निर्देशों का पालन करना ही हमारी सुरक्षा की कुंजी है। स्थानीय लोगों की बहादुरी और बचाव टीमों की तत्परता ने आज दो जिंदगियां बचा लीं, लेकिन हर बार ऐसी किस्मत नहीं होती। हमें इन घटनाओं से सबक लेकर भविष्य के लिए और अधिक जिम्मेदार बनना होगा।