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नशा मुक्ति अभियान को मिली बड़ी सफलता!
बलरामपुर पुलिस ने नशीले पदार्थों के खिलाफ चल रहे अभियान में एक बड़ी सफलता हासिल की है। बसंतपुर थाना क्षेत्र में 1 करोड़ 30 लाख रुपये मूल्य का डोडा (अफीम का एक रूप) जब्त किया गया है और इस संबंध में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
कैसे हुई गिरफ्तारी?
पुलिस को छत्तीसगढ़-उत्तर प्रदेश सीमा पर धनवार बैरियर के पास एक संदिग्ध ट्रक के बारे में गुप्त सूचना मिली थी। इस ट्रक में भारी मात्रा में डोडा लोड था। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए ट्रक को जब्त कर लिया और जांच शुरू की।
पहले भी पकड़े गए थे आरोपी
यह पहली बार नहीं है जब इस मामले में गिरफ्तारियां हुई हैं। इससे पहले भी इस तस्करी रैकेट से जुड़े तीन अन्य आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस की लगातार कार्रवाई से साफ है कि नशे के सौदागरों पर शिकंजा कसता जा रहा है।
खुलासा: झारखंड से जुड़े तार
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि इस डोडा की खेप झारखंड के खूंटी जिले के राज मुंडा और मिथुन मुंडा से खरीदी गई थी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए इन दोनों को भी हिरासत में ले लिया है। आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है और उन्हें न्यायालय के समक्ष पेश किया गया।
पुलिस टीम को बधाई!
यह बड़ी कार्रवाई सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक, बलरामपुर के पुलिस अधीक्षक और वाड्रफनगर के पुलिस अनुविभागीय अधिकारी के कुशल मार्गदर्शन में हुई है। इस अभियान में निरीक्षक भूपेन्द्र सिंह, आरक्षक ताराचंद, साइबर सेल प्रभारी जितेंद्र सोनी और आरक्षक सुखलाल की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
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