राजनांदगांव में शिक्षकों पर गिरी गाज: शराबखोरी और लापरवाही पड़ी भारी
CG निलंबित: स्कूल में शराब पीकर पहुंचे शिक्षक, चार निलंबित, राजनांदगांव जिले में शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चार शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इन पर अनुशासनहीनता, शराब का सेवन कर स्कूल आने और अपने कर्तव्यों के प्रति घोर लापरवाही बरतने के गंभीर आरोप हैं।
निलंबन की मुख्य वजहें: शराब और कर्तव्य में लापरवाही
जिला शिक्षा अधिकारी प्रवास कुमार सिंह बघेल ने छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम 9 के तहत यह कार्रवाई की है। निलंबित शिक्षकों में प्राथमिक शाला खुर्सीपार खुर्द के सहायक शिक्षक विश्वनाथ चंद्रवंशी शामिल हैं, जिन पर स्कूल में शराब पीकर आने और कर्तव्य में लापरवाही का आरोप है।
कौन-कौन हुए निलंबित?
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विश्वनाथ चंद्रवंशी (सहायक शिक्षक, प्राथमिक शाला खुर्सीपार खुर्द): स्कूल में शराब का सेवन कर आने और कर्तव्यों में घोर लापरवाही।
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गंगा नेताम (प्रधान पाठक, शासकीय प्राथमिक शाला मातेखेड़ा): अध्यापन कार्य में रुचि न लेना, पदीय कर्तव्यों में लापरवाही और अनुशासनहीनता।
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अरुण कुमार मंडावी (प्रधान पाठक, शासकीय प्राथमिक शाला घोघरे): शराब का सेवन, पदीय कर्तव्यों में लापरवाही और अनुशासनहीनता।
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शंकर लाल सलामे (प्रधान पाठक, प्राथमिक शाला तोतलभर्री): नशे की हालत में स्कूल पहुंचना, कर्तव्यों का निर्वाह न करना, अनाधिकृत अनुपस्थिति, स्कूल में साफ-सफाई और बच्चों के शैक्षणिक स्तर में कमी।
शिक्षा अधिकारी का सख्त संदेश: अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं
जिला शिक्षा अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि इस प्रकार की लापरवाही और अनुशासनहीनता शिक्षा व्यवस्था के लिए अत्यंत हानिकारक है। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक माहौल को सुधारने के लिए ऐसे शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई आवश्यक है। इस निलंबन से एक कड़ा संदेश देने की कोशिश की गई है कि स्कूलों में अनुशासनहीनता और लापरवाही को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जनता तक पहुंचेगी खबर: दैनिक समाचार पत्रों में प्रकाशन
इस आदेश की सूचना सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को भी भेजी गई है ताकि इसे समस्त दैनिक समाचार पत्रों में प्रकाशित किया जा सके और जनता तक यह संदेश पहुंचे कि शिक्षा विभाग अपने स्कूलों में गुणवत्ता और अनुशासन बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।