Summary

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने पर रजत जयंती समारोह में शामिल होंगे। इस ऐतिहासिक अवसर पर नवा रायपुर में अत्याधुनिक विधानसभा भवन का शिलान्यास और रायपुर में कमिश्नरेट सिस्टम का उद्घाटन किया जाएगा। जानें इन महत्वपूर्ण विकास कार्यों की खासियतें और राज्य के लिए इनके मायने।

Article Body

रजत जयंती पर छत्तीसगढ़ को पीएम मोदी की सौगात: नवा रायपुर में नया विधानसभा भवन और कमिश्नरेट सिस्टम की शुरुआत

छत्तीसगढ़ की रजत जयंती: पीएम मोदी का दौरा, नया विधानसभा परिसर और कमिश्नरेट सिस्टम की सौगात
छत्तीसगढ़ की रजत जयंती: पीएम मोदी का दौरा, नया विधानसभा परिसर और कमिश्नरेट सिस्टम की सौगात

छत्तीसगढ़ की 25वीं वर्षगांठ: विकास की नई उड़ान भरने आ रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी, सौगातों का पिटारा तैयार

रायपुर : छत्तीसगढ़, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, खनिज संपदा और आदिवासी संस्कृति के लिए जाना जाता है, अपनी स्थापना के 25 गौरवशाली वर्ष पूरे करने जा रहा है। इस ऐतिहासिक 'रजत जयंती' के अवसर पर, राज्य एक भव्य समारोह की तैयारी में जुटा है, जिसकी शोभा बढ़ाने स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजधानी रायपुर आएंगे। यह घोषणा मुख्यमंत्री साय द्वारा की गई है, जिन्होंने इसे छत्तीसगढ़ के लिए एक "ऐतिहासिक अवसर" बताया है। इस दौरे के दौरान राज्य को न केवल विकास की नई दिशा मिलेगी, बल्कि आधुनिक बुनियादी ढांचे और प्रशासनिक सुधारों की भी सौगातें मिलेंगी, जो आने वाले दशकों के लिए राज्य की नींव को मजबूत करेंगी।

नवा रायपुर का नया गौरव: राष्ट्रपति भवन की झलक के साथ अत्याधुनिक विधानसभा परिसर

इस यात्रा का सबसे महत्वपूर्ण आकर्षण नवा रायपुर में बनने वाले नए विधानसभा परिसर का शिलान्यास होगा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सूत्रों के अनुसार, यह परिसर सिर्फ एक इमारत नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की पहचान, संस्कृति और भविष्य का प्रतीक होगा। इसे आधुनिक तकनीक के साथ-साथ राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झलक को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। शुरुआती रिपोर्ट्स बताती हैं कि इसके डिजाइन में राष्ट्रपति भवन की भव्यता और वास्तुकला की प्रेरणा देखी जा सकती है, जो इसे देश के सबसे प्रतिष्ठित विधानसभा भवनों में से एक बनाएगा।

इस भवन के निर्माण की कहानी भी दिलचस्प है। इसकी आधारशिला 28 अगस्त, 2020 को कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में रखी गई थी, जब सोनिया गांधी और राहुल गांधी वर्चुअल माध्यम से इस कार्यक्रम से जुड़े थे। उस समय यह निर्णय लिया गया था कि यह भवन प्रदेश की पहली महिला सांसद, मिनी माता के नाम पर 'मिनी माता विधानसभा भवन' कहलाएगा। अब लगभग पांच साल बाद, भाजपा सरकार के कार्यकाल में इसका निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने इसके निर्माण की प्रगति की व्यक्तिगत रूप से समीक्षा की है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि यह भवन उच्च गुणवत्ता और निर्धारित समय-सीमा के भीतर तैयार हो। यह नया परिसर राज्य के विधायकों के लिए एक अधिक आधुनिक और कार्यात्मक स्थान प्रदान करेगा, जिससे विधायी प्रक्रियाओं में दक्षता आएगी और छत्तीसगढ़ के लोकतंत्र को एक नया आयाम मिलेगा।

प्रशासनिक सुधार की नई सुबह: रायपुर में कमिश्नरेट सिस्टम का उद्घाटन

विधानसभा परिसर के शिलान्यास के साथ-साथ, प्रधानमंत्री रायपुर में नए कमिश्नरेट कार्यालय का भी उद्घाटन करेंगे। कमिश्नरेट सिस्टम, जो कई बड़े शहरों में कानून-व्यवस्था को अधिक प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए लागू किया गया है, अब रायपुर में भी शुरू होगा। यह प्रणाली पुलिस प्रशासन को अधिक स्वायत्तता और अधिकार प्रदान करती है, जिससे अपराध नियंत्रण, यातायात प्रबंधन और सार्वजनिक सुरक्षा को और मजबूत किया जा सकेगा। यह कदम राज्य की राजधानी में तेजी से बढ़ती शहरीकरण और जनसंख्या घनत्व के मद्देनजर एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक सुधार है।

कमिश्नरेट सिस्टम के लागू होने से पुलिस अधिकारियों को मजिस्ट्रेट जैसी शक्तियां मिलेंगी, जिससे वे तत्काल निर्णय ले सकेंगे और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में अधिक प्रभावी भूमिका निभा सकेंगे। यह न केवल आपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाने में मदद करेगा बल्कि नागरिकों को भी अधिक सुरक्षित महसूस कराएगा।

विकास परियोजनाओं की बौछार: सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा और डिजिटल कनेक्टिविटी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा केवल प्रतीकात्मक नहीं होगा, बल्कि यह छत्तीसगढ़ के लिए कई ठोस विकास परियोजनाओं की सौगात भी लेकर आएगा। इन परियोजनाओं में शामिल हैं:

  1. सड़क बुनियादी ढांचा: राज्य में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए नई सड़कों का निर्माण और मौजूदा सड़कों का उन्नयन किया जाएगा। इससे न केवल व्यापार और वाणिज्य को गति मिलेगी, बल्कि दूरदराज के क्षेत्रों तक पहुंच में भी सुधार होगा।

  2. स्वास्थ्य सेवाएं: स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार के लिए नए अस्पताल, स्वास्थ्य केंद्र और चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। इससे नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होंगी, विशेष रूप से ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में।

  3. शिक्षा का विस्तार: शिक्षा के क्षेत्र में भी कई नई परियोजनाएं शुरू की जाएंगी, जिनमें नए स्कूल, कॉलेज और कौशल विकास केंद्र शामिल हो सकते हैं। इसका उद्देश्य युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण प्रदान करना है।

  4. डिजिटल कनेक्टिविटी: 'डिजिटल इंडिया' के दृष्टिकोण के अनुरूप, राज्य में डिजिटल कनेक्टिविटी को मजबूत करने पर भी जोर दिया जाएगा। इसमें फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क का विस्तार, सार्वजनिक वाई-फाई हॉटस्पॉट और डिजिटल सेवाओं तक पहुंच बढ़ाना शामिल हो सकता है। यह छत्तीसगढ़ को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

पीएम मोदी का छत्तीसगढ़ से पुराना नाता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का छत्तीसगढ़ से पुराना नाता रहा है। वे इससे पहले अप्रैल 2024 में चुनावी सभाओं के लिए राज्य के दौरे पर आए थे, जहां उन्होंने जांजगीर-चांपा, धमतरी और अंबिकापुर में विशाल जनसभाओं को संबोधित किया था। तब वे रायपुर के राजभवन में रुके थे। इससे पहले 30 मार्च, 2025 को भी वे बिलासपुर दौरे पर आए थे। इन लगातार दौरों से स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री छत्तीसगढ़ के विकास और उसकी जनता के प्रति विशेष लगाव रखते हैं। रजत जयंती समारोह में उनकी उपस्थिति राज्य के लिए एक बड़े सम्मान की बात है और यह राज्य की जनता में उत्साह का संचार करेगी।

छत्तीसगढ़ का भविष्य: एक मजबूत नींव पर आधारित विकास की यात्रा

छत्तीसगढ़ अपनी स्थापना के बाद से ही लगातार विकास के पथ पर अग्रसर रहा है। 25 वर्षों की यह यात्रा चुनौतियों और सफलताओं से भरी रही है। मुख्यमंत्री साय ने सही कहा है कि यह दौरा राज्य के लिए एक "ऐतिहासिक अवसर" होगा। नया विधानसभा परिसर और कमिश्नरेट सिस्टम जैसे सुधारों के साथ-साथ विभिन्न विकास परियोजनाओं की सौगातें छत्तीसगढ़ को एक मजबूत नींव प्रदान करेंगी, जिस पर आने वाले दशकों में और अधिक विकास की इमारत खड़ी की जा सकेगी।

यह राज्योत्सव न केवल छत्तीसगढ़ की उपलब्धियों का जश्न मनाने का अवसर होगा, बल्कि भविष्य के लिए एक नई दृष्टि और प्रेरणा भी प्रदान करेगा। प्रधानमंत्री के इस दौरे से राज्य के विकास को एक नई गति और दिशा मिलने की उम्मीद है, जिससे छत्तीसगढ़ भारत के प्रगतिशील राज्यों की सूची में अपनी जगह और मजबूत कर पाएगा। यह एक ऐसा पल है जब पूरा राज्य एकजुट होकर अपनी सांस्कृतिक विरासत का सम्मान करेगा और अपने उज्ज्वल भविष्य की ओर एक नया कदम बढ़ाएगा।

Comments

TOPICS MENTIONED IN THIS ARTICLE

About the Author(s)