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छत्तीसगढ़ को मिला नया प्रशासनिक मुखिया: विकासशील की नियुक्ति से प्रशासनिक गलियारों में हलचल
रायपुर : छत्तीसगढ़ के प्रशासनिक इतिहास में एक नए अध्याय की शुरुआत हो रही है। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 1994 बैच के अनुभवी अधिकारी, विकासशील, 30 सितंबर को राज्य के 13वें मुख्य सचिव के रूप में पदभार ग्रहण करेंगे। यह नियुक्ति सिर्फ एक औपचारिक बदलाव नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री की दूरदर्शिता और आगामी साढ़े चार वर्षों के लिए राज्य के विकास एजेंडे को आकार देने की प्रतिबद्धता का स्पष्ट संकेत है। प्रशासनिक हलकों में यह खबर चर्चा का विषय बनी हुई है, जहां एक कुशल और अनुभवी नेतृत्व की वापसी को लेकर उम्मीदें बढ़ गई हैं।
केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापसी: मुख्यमंत्री की रणनीतिक पसंद
विकासशील की नियुक्ति की कहानी किसी फिल्मी पटकथा से कम नहीं है। वह पिछले कई वर्षों से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे, जहां उन्होंने महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाईं। जनवरी 2024 से वह एशियन डेवलपमेंट बैंक में कार्यकारी निदेशक के सलाहकार के रूप में कार्यरत थे, एक ऐसा पद जो उनकी वैश्विक प्रशासनिक क्षमता को दर्शाता है। हालांकि, छत्तीसगढ़ के लिए उनकी आवश्यकता ने उन्हें वापस बुलाने का मार्ग प्रशस्त किया। सूत्रों के अनुसार, यह मुख्यमंत्री की व्यक्तिगत पसंद थी, जिन्होंने राज्य के प्रशासनिक तंत्र को और मजबूत करने के लिए विकासशील के अनुभव और दूरदर्शिता पर भरोसा जताया। केंद्र सरकार द्वारा उनकी प्रतिनियुक्ति समाप्त करने और उन्हें राज्य में वापस भेजने का निर्णय, इस बात का प्रमाण है कि विकासशील की वापसी छत्तीसगढ़ के लिए कितनी महत्वपूर्ण मानी जा रही थी। यह कदम मुख्यमंत्री के सशक्त और प्रभावी प्रशासन के प्रति समर्पण को दर्शाता है।
एक लंबा कार्यकाल और बड़ी उम्मीदें
विकासशील का जन्म जून 1969 में हुआ था, जिसका अर्थ है कि वह जून 2029 तक 60 वर्ष की आयु पूरी करेंगे। इस गणना के अनुसार, उन्हें लगभग पौने चार साल तक मुख्य सचिव के रूप में सेवा करने का अवसर मिलेगा। यह एक महत्वपूर्ण कार्यकाल है, जो उन्हें राज्य की नीतियों और विकास परियोजनाओं पर अपनी छाप छोड़ने के लिए पर्याप्त समय देगा। पिछली सरकारों में मुख्य सचिवों का कार्यकाल अक्सर अपेक्षाकृत छोटा रहा है, लेकिन विकासशील के साथ यह उम्मीद की जा रही है कि वह एक स्थिर और दीर्घकालिक प्रशासनिक दृष्टि प्रदान कर पाएंगे।
उनकी नियुक्ति निवर्तमान मुख्य सचिव अमिताभ जैन के 30 सितंबर को सेवानिवृत्त होने के बाद होगी। अमिताभ जैन, जिन्होंने छत्तीसगढ़ में सबसे लंबे समय तक मुख्य सचिव के रूप में कार्य किया है, ने अपने कार्यकाल में कई चुनौतियों का सामना किया और राज्य प्रशासन को एक निश्चित दिशा प्रदान की। अब, विकासशील पर यह जिम्मेदारी होगी कि वह उस विरासत को आगे बढ़ाएं और नई ऊंचाइयों तक ले जाएं।
एक नज़र विकासशील के प्रभावशाली करियर पर
विकासशील का करियर 4 सितंबर 1994 को आईएएस में शामिल होने के साथ शुरू हुआ। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले, उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीई और एमई दोनों की डिग्री हासिल की है, जो उनकी शैक्षणिक उत्कृष्टता को दर्शाता है। प्रारंभ में उनका कैडर मध्य प्रदेश था, लेकिन छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद उन्होंने छत्तीसगढ़ कैडर को चुना, और तब से उन्होंने इस राज्य की सेवा में अपना जीवन समर्पित कर दिया है।
छत्तीसगढ़ में उन्होंने कोरिया, बिलासपुर और रायपुर जैसे महत्वपूर्ण जिलों के कलेक्टर के रूप में कार्य किया है। इन पदों पर रहते हुए उन्होंने जमीनी स्तर पर प्रशासन की गहरी समझ विकसित की और जनता से सीधे जुड़कर उनकी समस्याओं को समझा। इसके अतिरिक्त, उन्होंने स्कूली शिक्षा, खाद्य विभाग, सामान्य प्रशासन विभाग और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी भी संभाली है। इन विभिन्न भूमिकाओं ने उन्हें राज्य की चुनौतियों और अवसरों की व्यापक समझ प्रदान की है। उनके पास नीति निर्माण, कार्यान्वयन और समन्वय का एक समृद्ध अनुभव है, जो मुख्य सचिव के रूप में उनके लिए अमूल्य साबित होगा।
उनकी पत्नी, निधि छिब्बर भी छत्तीसगढ़ कैडर की एक प्रतिष्ठित आईएएस अधिकारी हैं, जो सिविल सेवाओं के प्रति उनके परिवार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
छत्तीसगढ़ के सामने चुनौतियां और अवसर
विकासशील ऐसे समय में पदभार ग्रहण कर रहे हैं जब छत्तीसगढ़ कई महत्वपूर्ण परिवर्तनों के मुहाने पर खड़ा है। राज्य को सतत विकास, ग्रामीण उत्थान, शिक्षा में सुधार, स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार और औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने जैसी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही, केंद्र और राज्य सरकारों के बीच प्रभावी समन्वय सुनिश्चित करना भी उनकी प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक होगा।
उनके कार्यकाल में राज्य को आगामी विधानसभा चुनावों और उसके बाद बनने वाली नई सरकार की नीतियों के साथ तालमेल बिठाना होगा। एक मुख्य सचिव के रूप में, विकासशील की भूमिका न केवल प्रशासनिक प्रमुख की होगी, बल्कि वह मुख्यमंत्री के प्रमुख सलाहकार और राज्य की नीतियों के मुख्य सूत्रधार भी होंगे। उनसे उम्मीद की जाती है कि वह विभिन्न विभागों के बीच समन्वय स्थापित करेंगे, परियोजनाओं के कुशल कार्यान्वयन को सुनिश्चित करेंगे और राज्य के विकास के लिए एक स्पष्ट रोडमैप तैयार करेंगे।
विशेषज्ञों का मानना है कि विकासशील का व्यापक अनुभव और दूरदर्शी सोच छत्तीसगढ़ को इन चुनौतियों से निपटने और नए अवसरों का लाभ उठाने में मदद करेगी। उनका केंद्रीय प्रतिनियुक्ति का अनुभव उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर नीतियों को समझने और राज्य के हित में उनका प्रभावी ढंग से उपयोग करने में सक्षम बनाएगा।
एक नए युग की शुरुआत
विकासशील की नियुक्ति छत्तीसगढ़ के प्रशासनिक परिदृश्य में एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है। मुख्यमंत्री की उन पर व्यक्तिगत पसंद और उनका लंबा कार्यकाल इस बात का संकेत है कि राज्य प्रशासन में स्थिरता और दीर्घकालिक योजना पर विशेष जोर दिया जाएगा। उनके नेतृत्व में, छत्तीसगढ़ के प्रशासनिक तंत्र से अधिक दक्षता, पारदर्शिता और जनोन्मुखी दृष्टिकोण की उम्मीद की जा रही है।
आने वाले वर्षों में, विकासशील का कौशल और नेतृत्व छत्तीसगढ़ को विकास के पथ पर आगे ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। राज्य के नागरिक और विभिन्न हितधारक उत्सुकता से उनके कार्यकाल पर नजर रखेंगे और उम्मीद करेंगे कि वह छत्तीसगढ़ को एक समृद्ध और प्रगतिशील राज्य बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल होंगे। यह एक महत्वपूर्ण बदलाव है, जो राज्य के भविष्य की दिशा निर्धारित करने की क्षमता रखता है। विकासशील के सामने चुनौतियां बड़ी हैं, लेकिन उनका अनुभव और समर्पण निश्चित रूप से उन्हें इन चुनौतियों से पार पाने में मदद करेगा।
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