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दुर्ग पुलिस का बड़ा एक्शन: दो कारों से 6.60 करोड़ रुपये नकद बरामद, हवाला लिंक की गहन जांच शुरू
भिलाई: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए करोड़ों रुपये की नगदी जब्त की है। कुम्हारी थाना क्षेत्र में दो स्कॉर्पियो वाहनों से पुलिस को 6 करोड़ 60 लाख रुपये नकद बरामद हुए हैं। यह विशाल रकम रायपुर से गुजरात ले जाई जा रही थी, जब पुलिस ने घेराबंदी कर इन गाड़ियों को पकड़ा। इस सिलसिले में चार लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ जारी है। पुलिस को संदेह है कि यह पैसा हवाला कारोबार से जुड़ा हो सकता है, जिसकी अब गहनता से जांच की जा रही है।
कुम्हारी में पुलिस की मुस्तैदी और सफल घेराबंदी
जानकारी के अनुसार, दुर्ग पुलिस को खुफिया सूत्रों से इनपुट मिला था कि बड़ी मात्रा में नकदी का परिवहन किया जा रहा है। इसी सूचना के आधार पर कुम्हारी पुलिस ने थाना क्षेत्र में चेकिंग अभियान तेज कर दिया। सोमवार को चलाए गए इस विशेष चेकिंग अभियान के दौरान, महाराष्ट्र पासिंग नंबर वाली दो स्कॉर्पियो गाड़ियों को रोका गया। पुलिस अधिकारियों की टीम ने जब वाहनों की तलाशी ली, तो वे अंदर रखी इतनी बड़ी नकदी देखकर दंग रह गए।
दोनों गाड़ियों में कुल मिलाकर 6 करोड़ 60 लाख रुपये नकद बरामद हुए। यह रकम इतनी ज्यादा थी कि इसे देखकर अधिकारियों को भी हैरानी हुई। पुलिस ने तत्काल प्रभाव से गाड़ियों में सवार चारों लोगों को हिरासत में ले लिया। ये सभी लोग इस नकदी के संबंध में संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहे थे, जिससे पुलिस का शक गहरा गया।
रायपुर से गुजरात का सफर: हवाला कारोबार की आशंका
प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि यह विशाल राशि रायपुर से गुजरात ले जाई जा रही थी। पुलिस अब इस रूट और इतनी बड़ी रकम के परिवहन के पीछे के मकसद को खंगाल रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जिस तरह से यह रकम बिना किसी उचित दस्तावेज के ले जाई जा रही थी, उससे प्रथम दृष्टया यह हवाला कारोबार से जुड़ी लग रही है। हवाला एक अवैध तरीका है जिसके तहत बिना पैसों को भौतिक रूप से एक जगह से दूसरी जगह ले जाए, पैसों का लेनदेन किया जाता है। ऐसे मामलों में अक्सर काले धन का लेन-देन होता है, जिसका उपयोग अवैध गतिविधियों या टैक्स चोरी के लिए किया जाता है।
गिरफ्तार किए गए चारों लोगों से पुलिस टीम गहन पूछताछ कर रही है ताकि इस पैसे के असली मालिक, इसके स्रोत और इसे कहाँ पहुंचाया जाना था, इसकी जानकारी जुटाई जा सके। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या ये लोग किसी बड़े हवाला नेटवर्क का हिस्सा हैं या सिर्फ मोहरे के तौर पर काम कर रहे थे।
आयकर विभाग को सूचना और आगे की जांच
दुर्ग पुलिस अब इस बरामद नकदी की वैधता और इसके स्रोत की पूरी जानकारी जुटाने में लगी है। नियमों के अनुसार, इतनी बड़ी नकदी मिलने पर आयकर विभाग (Income Tax Department) को सूचित करना अनिवार्य होता है। पुलिस जल्द ही इस मामले की पूरी रिपोर्ट आयकर विभाग को सौंप देगी, जिसके बाद आयकर विभाग अपने स्तर पर इस मामले की जांच शुरू करेगा। यह जांच इस बात पर केंद्रित होगी कि क्या इस पैसे पर उचित टैक्स का भुगतान किया गया है और क्या इसका संबंध किसी प्रकार की आर्थिक अनियमितता या मनी लॉन्ड्रिंग से है।
फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह करोड़ों रुपये किसके हैं और इनका असली मकसद क्या था। पुलिस अधीक्षक, दुर्ग ने बताया कि जांच अभी शुरुआती चरण में है और सभी पहलुओं की गहनता से पड़ताल की जा रही है। उन्होंने कहा कि कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाए जाएंगे।
अवैध धन के खिलाफ पुलिस की सक्रियता
यह बरामदगी छत्तीसगढ़ पुलिस की अवैध गतिविधियों और काले धन के खिलाफ जारी अभियानों की सफलता को दर्शाती है। हाल के दिनों में चुनावों के मद्देनजर भी पुलिस की सक्रियता बढ़ी है, जिससे अवैध नकदी के परिवहन पर लगाम लगाई जा सके। इस तरह की बड़ी बरामदगी न केवल अपराधियों के हौसले पस्त करती है, बल्कि आम जनता के बीच भी कानून व्यवस्था के प्रति विश्वास को मजबूत करती है।
आने वाले दिनों में इस मामले में कई और खुलासे होने की उम्मीद है, क्योंकि आयकर विभाग की जांच से इस अवैध लेनदेन की जड़ें कितनी गहरी हैं, इसका पता चल पाएगा। यह घटना एक बार फिर इस बात को रेखांकित करती है कि अवैध गतिविधियों को अंजाम देने वाले अपराधी हमेशा नए तरीकों की तलाश में रहते हैं, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी उन्हें सफल होने से रोक सकती है।
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