धमतरी में मातम: मिनी बस पलटने से 3 साल की बच्ची की दर्दनाक मौत, 6 यात्री घायल; खड़ादाह मोड़ पर फिर पसरा सन्नाटा
धमतरी: धमतरी जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। नगरी रोड पर स्थित केरेगांव के पास आज दोपहर एक दर्दनाक सड़क हादसे में एक 3 साल की मासूम बच्ची ने अपनी जान गंवा दी, जबकि करीब छह अन्य यात्री घायल हो गए। धमतरी से नगरी की ओर जा रही डीआरडी यात्री बस (वाहन क्रमांक CG 04 E 2872) अचानक अनियंत्रित होकर पलट गई, जिससे मौके पर चीख-पुकार मच गई। यह हादसा एक बार फिर इस मार्ग पर सड़क सुरक्षा उपायों की कमी पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।
कैसे हुआ हादसा? खड़ादाह मोड़ पर रफ्तार का कहर
जानकारी के अनुसार, लाल रंग की यह यात्री बस धमतरी से नगरी की ओर लगभग 18 से 20 यात्रियों को लेकर जा रही थी। दोपहर के समय बस जब खड़ादाह मोड़ के पास पहुंची, तो उसकी रफ्तार काफी तेज बताई जा रही है। प्रत्यक्षदर्शियों और प्रारंभिक जांच के मुताबिक, अचानक बस का ब्रेक फेल हो गया। चालक ने बस को नियंत्रित करने की लाख कोशिशें कीं, लेकिन तेज रफ्तार और ब्रेक फेल होने के कारण बस अनियंत्रित होकर सड़क पर पलट गई। बस के पलटते ही यात्रियों में भगदड़ मच गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह वही खड़ादाह मोड़ है, जो अपनी तीखी ढलान और घुमावदार प्रकृति के कारण पहले भी कई हादसों का गवाह बन चुका है।
मासूम रागिनी की मौत: बासनवाही में पसरा मातम
इस हृदयविदारक हादसे में सबसे दर्दनाक खबर यह है कि ग्राम बासनवाही निवासी 3 साल की मासूम रागिनी निषाद ने अपनी जान गंवा दी। दुर्घटना के बाद तत्काल आसपास के लोगों और पुलिस की मदद से घायलों को धमतरी के जिला अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने छोटी रागिनी को मृत घोषित कर दिया, जिससे उसके परिवार में मातम छा गया है।
घायलों में ग्राम बेलौदी निवासी टीकाराम साहू (58 वर्ष) और उनकी पत्नी कुमारी बाई साहू (54 वर्ष) भी शामिल हैं, जिन्हें गंभीर चोटें आई हैं। इनके अलावा कुछ अन्य यात्री भी घायल हुए हैं, जिनकी पहचान अभी विस्तृत रूप से जारी है। डॉक्टरों ने घायलों का इलाज शुरू कर दिया है और उनकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।
पुलिस जांच और स्थानीय लोगों का आक्रोश
सूचना मिलते ही पुलिस और स्थानीय प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं। पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया और बस को हटवाने का काम शुरू किया। प्रारंभिक जांच में दुर्घटना के पीछे बस की तेज रफ्तार और इस मार्ग पर सड़क की खराब स्थिति को मुख्य कारण बताया जा रहा है। हालांकि, बस चालक और अन्य संबंधितों से विस्तृत पूछताछ जारी है ताकि हादसे के वास्तविक कारणों का पता लगाया जा सके।
स्थानीय लोगों में इस हादसे को लेकर भारी आक्रोश है। ग्राम केरेगांव के एक निवासी ने बताया, "खड़ादाह मोड़ पर अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं। हमने कई बार प्रशासन से इस मार्ग पर सुरक्षा उपाय लागू करने और सड़क की मरम्मत करने की अपील की है, लेकिन हमारी सुनवाई नहीं होती। इस हादसे के लिए केवल चालक नहीं, बल्कि प्रशासन भी जिम्मेदार है।"
यह दुर्घटना एक बार फिर से व्यस्त मार्गों पर यातायात नियमों के पालन, वाहनों के रखरखाव और सड़क सुरक्षा उपायों की गंभीरता को उजागर करती है। खासकर उन मोड़ों और हिस्सों पर जहां पहले भी हादसे हो चुके हैं, वहां अतिरिक्त सावधानी और निगरानी की आवश्यकता है।
आगे क्या? प्रशासन पर बढ़ा दबाव
फिलहाल पुलिस ने बस को जब्त कर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है। लेकिन इस दुखद घटना ने प्रशासन पर इस मार्ग की सुरक्षा को लेकर दबाव बढ़ा दिया है। उम्मीद है कि इस हादसे के बाद खड़ादाह मोड़ जैसे संवेदनशील स्थानों पर स्पीड ब्रेकर, चेतावनी बोर्ड और सड़क की मरम्मत जैसे सुरक्षा उपाय जल्द से जल्द लागू किए जाएंगे, ताकि भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाओं को रोका जा सके। प्रशासन को चाहिए कि वह केवल जांच तक सीमित न रहे, बल्कि इस मार्ग पर यातायात सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस और प्रभावी कदम उठाए। मासूम रागिनी की मौत सड़क सुरक्षा के प्रति हमारी सामूहिक जिम्मेदारी की एक दुखद याद दिलाती है।