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हरियाणा में बाढ़ का खतरा: भारी बारिश का अलर्ट जारी, अधिकारियों की छुट्टियां रद्द, सीएम का दौरा भी रद्द, हरियाणा में भारी बारिश और नदियों में उफान के कारण बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले कुछ दिनों तक प्रदेशभर में भारी वर्षा और कई जिलों में जलभराव तथा बाढ़ की आशंका जताई है। इसी के मद्देनज़र, हरियाणा सरकार ने एहतियाती कदम उठाते हुए सभी बड़े अधिकारियों की छुट्टियाँ रद्द कर दी हैं और उन्हें 5 सितंबर 2025 तक अपने-अपने मुख्यालयों पर तैनात रहने का निर्देश दिया है।
अधिकारियों की छुट्टियाँ रद्द: 5 सितंबर तक अलर्ट
कार्मिक विभाग द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि सभी डिविजनल कमिश्नर, रेंज आईजी/एडीजीपी, डिप्टी कमिश्नर, पुलिस अधीक्षक और एसडीएम को अपने मुख्यालय पर अनिवार्य रूप से उपस्थित रहना होगा। इन अधिकारियों को 5 सितंबर 2025 तक हालात पर कड़ी निगरानी रखने और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।हरियाणा में बाढ़ का खतरा: भारी बारिश का अलर्ट जारी, अधिकारियों की छुट्टियां रद्द, सीएम का दौरा भी रद्द
मुख्य सचिव की अनुमति के बिना छुट्टी नहीं
सरकार ने यह भी साफ कर दिया है कि इस अवधि में किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को सामान्य छुट्टी नहीं मिलेगी। केवल उन्हीं छुट्टियों को स्वीकृति मिलेगी, जिन्हें हरियाणा के मुख्य सचिव या गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव की मंजूरी प्राप्त होगी। यह निर्णय आम जनता की सुरक्षा और प्रशासनिक व्यवस्थाओं को मज़बूत करने के उद्देश्य से लिया गया है।हरियाणा में बाढ़ का खतरा: भारी बारिश का अलर्ट जारी, अधिकारियों की छुट्टियां रद्द, सीएम का दौरा भी रद्द
मुख्यमंत्री का UAE दौरा रद्द
प्रदेश में बारिश और बाढ़ के बिगड़ते हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भी अपना 2 से 5 सितंबर तक का UAE दौरा रद्द कर दिया है। उन्हें वहां ग्लोबल सिटी को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा करनी थी, लेकिन प्रदेश की स्थिति को प्राथमिकता देते हुए उन्होंने यह फैसला लिया।हरियाणा में बाढ़ का खतरा: भारी बारिश का अलर्ट जारी, अधिकारियों की छुट्टियां रद्द, सीएम का दौरा भी रद्द
नदियाँ उफान पर, कई जिलों में बाढ़ का अलर्ट
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हथिनीकुंड बैराज: बैराज में जलस्तर 3 लाख 29 हजार क्यूसेक पहुँचने के बाद सभी फ्लड गेट खोल दिए गए हैं और बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है। प्रशासन ने यमुना नदी के आसपास रहने वाले लोगों को दूर रहने की चेतावनी दी है।
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प्रभावित जिले: यमुनानगर, करनाल, पानीपत, सोनीपत और फरीदाबाद में विशेष अलर्ट जारी किया गया है।
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अन्य नदियाँ: मारकंडा, घग्गर और टांगरी जैसी अन्य नदियों का जलस्तर भी बढ़ा हुआ है। कैथल में भी प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है।
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फसलों को नुकसान: हिसार समेत कई जिलों में नहरों के तटबंध टूटने से सैकड़ों एकड़ खेतों में पानी घुस गया है, जिससे फसलों को भारी नुकसान हुआ है। अंबाला, फतेहाबाद, जींद और रोहतक जैसे जिलों में भी जलभराव की समस्या गंभीर है।
आगामी 2 दिनों का मौसम पूर्वानुमान
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2 सितंबर: पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, करनाल, कुरुक्षेत्र, कैथल, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, चरखी दादरी, झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, मेवात और पलवल में बारिश के लिए 'यलो अलर्ट' जारी किया गया है। सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी और जींद में भी कहीं-कहीं बूंदाबांदी या हल्की बारिश हो सकती है।
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3 सितंबर: 3 सितंबर से मानसून के कमजोर पड़ने की संभावना है, जिससे पूरे प्रदेश में बारिश में कमी आएगी और केवल कुछेक स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है।
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