जीएसटी दरों में बदलाव: भाजपा-कांग्रेस में छिड़ी बहस, जानें किसने क्या कहा, हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी दरों में की गई कटौती ने भाजपा और कांग्रेस के बीच नई राजनीतिक बहस छेड़ दी है। जहाँ भाजपा इन बदलावों को आम जनता के लिए फायदेमंद बता रही है, वहीं कांग्रेस इसे 'गब्बर सिंह टैक्स' की वापसी और सरकार की नीतियों की विफलता करार दे रही है। आइए जानते हैं दोनों पार्टियों के क्या हैं तर्क।
भाजपा का दावा: जीएसटी कटौती से होगी 45,000 रुपये की सालाना बचत
रायपुर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और सीए अमित चिमनानी ने दावा किया है कि नए जीएसटी प्रावधानों से घर बनाना और घर चलाना अब सस्ता हो जाएगा। उनके अनुसार, एक औसत परिवार अगर साल में 3.5 लाख रुपये खर्च करता है, तो उसे विभिन्न वस्तुओं के उपयोग पर 40 से 45 हजार रुपये की बचत होगी।
तेज रिफंड और कम खर्चे: भाजपा के अन्य तर्क
चिमनानी ने यह भी बताया कि जीएसटी रिफंड अब मात्र 7 दिनों में मिलेगा, जिससे निर्यात में वृद्धि होगी। उनके अनुसार, स्वास्थ्य, शिक्षा और खेती के खर्चों में भी कमी आएगी। उन्होंने एक पत्रकार वार्ता में जीएसटी के नए प्रावधानों के फायदों पर विस्तार से जानकारी दी।
टैक्स सुधार से आम आदमी के जीवन में सकारात्मक बदलाव: चिमनानी
भाजपा नेता ने कहा कि जीएसटी में हुए कर सुधारों से आम आदमी के जीवन में महत्वपूर्ण और सकारात्मक बदलाव आएंगे। उनका दावा है कि केंद्र सरकार के इस ऐतिहासिक निर्णय से देश के आम आदमी की बचत बढ़ेगी और लगभग 6 लाख करोड़ रुपये की खपत बढ़ेगी, जिससे देश के आर्थिक परिदृश्य में क्रांतिकारी मजबूती आएगी। उन्होंने सीमेंट पर टैक्स में 10% की कटौती का भी जिक्र किया, जिससे घर बनाने की लागत कम होगी।
कांग्रेस का पलटवार: महंगाई बढ़ाने के बाद घटाई जीएसटी
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के व्यापार और उद्योग को तबाह करने तथा महंगाई बढ़ाने के बाद सरकार ने जीएसटी के दो स्लैब में बदलाव किया है। उन्होंने कहा कि 28% और 12% के स्लैब खत्म कर दिए गए हैं, लेकिन 40% का एक नया स्लैब जोड़ दिया गया है।
राहुल गांधी की बात हुई सच: कांग्रेस
शुक्ला ने राहुल गांधी के पुराने बयान का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि जीएसटी को वापस लेना ही पड़ेगा। कांग्रेस नेता के अनुसार, राहुल गांधी की बात अब सच साबित हुई है और मोदी सरकार द्वारा लगाया गया 'अनियमित जीएसटी' जनता के लिए 'गब्बर सिंह टैक्स' था।
अभी और बदलाव की जरूरत: कांग्रेस
कांग्रेस ने कहा कि जीएसटी में अभी और बदलाव की आवश्यकता है। उनके अनुसार, दैनिक उपभोग की वस्तुओं पर 5% और 18% जीएसटी अभी भी बहुत ज्यादा है। शुक्ला ने 1 जुलाई 2017 को बिना तैयारी के, त्रुटिपूर्ण कर प्रणाली को आधी रात में लागू करने को 'आर्थिक आजादी' बताने पर मोदी सरकार पर यू-टर्न लेने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के आरंभ से ही पूरी प्रक्रिया पर लगाए गए आरोप अब प्रमाणित हो गए हैं।
टैक्स वसूली में भाजपा सरकारें अंग्रेजों से भी बेरहम: शुक्ला
सुशील आनंद शुक्ला ने यह भी आरोप लगाया कि आम जनता से टैक्स वसूली में भाजपा की सरकारें अंग्रेजों से भी ज्यादा बेरहम हैं। उनके अनुसार, नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले 8 वर्षों में केवल जीएसटी से ही 118 लाख करोड़ रुपये वसूले हैं। उन्होंने इसे भाजपा का "टूलकिट" बताते हुए कहा कि पहले टैक्स-फ्री आइटम पर भी 5%, 12% और 28% टैक्स लगा दिया गया, और अब 8 साल बाद 5% और 18% करके एहसान जताया जा रहा है।