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मध्य प्रदेश के लोगों को इस मुश्किल घड़ी में सुरक्षित रहने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।, जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में बादल फटने और भारी बारिश से त्रासदी मच गई है। इस प्राकृतिक आपदा में अब तक 3 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 4 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। घटना रामबन के राजगढ़ इलाके में 30 अगस्त, 2025 को हुई।

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जम्मू-कश्मीर के रामबन में फटा बादल, 3 की मौत, 4 लापता; भयावह स्थिति
जम्मू-कश्मीर के रामबन में फटा बादल, 3 की मौत, 4 लापता; भयावह स्थिति

जम्मू-कश्मीर के रामबन में फटा बादल, 3 की मौत, 4 लापता; भयावह स्थिति, मध्य प्रदेश के लोगों को इस मुश्किल घड़ी में सुरक्षित रहने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।, जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में बादल फटने और भारी बारिश से त्रासदी मच गई है। इस प्राकृतिक आपदा में अब तक 3 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 4 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। घटना रामबन के राजगढ़ इलाके में 30 अगस्त, 2025 को हुई।

कहर बरपाती बारिश और बाढ़

भारी बारिश और अचानक आए सैलाब ने राजगढ़ इलाके में भयावह स्थिति पैदा कर दी है। कई मकानों को भारी नुकसान पहुंचा है, और दुखद रूप से कुछ घर तो पूरी तरह से पानी के तेज बहाव में बह गए। स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है और प्रशासन राहत कार्यों में तेजी से जुटा हुआ है।

युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य

आपदा की सूचना मिलते ही प्रशासन ने तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं। रेस्क्यू टीमें प्रभावित इलाकों में सघन सर्च ऑपरेशन चला रही हैं ताकि लापता लोगों का जल्द से जल्द पता लगाया जा सके। स्थानीय प्रशासन ने बेघर हुए परिवारों के लिए अस्थायी राहत केंद्र स्थापित किए हैं, जहां उन्हें भोजन और आश्रय प्रदान किया जा रहा है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि लगातार बारिश के कारण नदी-नालों का जलस्तर बढ़ रहा है, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है। लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर ही रहने की अपील की गई है।

यातायात बाधित, अलर्ट जारी

जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर भी इस आपदा का असर पड़ा है। भूस्खलन और पहाड़ों से पत्थर गिरने के कारण कई जगहों पर यातायात बाधित हो गया है। प्रशासन ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे मौसम में सुधार होने तक अनावश्यक यात्रा से बचें। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय प्रशासन के साथ चर्चा की है और हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।

रामबन में दूसरी बड़ी आपदा

यह दुखद घटना इस साल रामबन में बादल फटने की दूसरी बड़ी आपदा है। इससे पहले अप्रैल 2025 में भी इसी तरह की घटना हुई थी, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई थी और सैकड़ों लोग प्रभावित हुए थे। बार-बार होने वाली ऐसी घटनाएं क्षेत्र की भौगोलिक संवेदनशीलता को उजागर करती हैं।

मध्य प्रदेश के लोगों को इस मुश्किल घड़ी में सुरक्षित रहने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।

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