कैथल, हरियाणा: कैथल में डॉक्टर पर जानलेवा हमला: बेखौफ बदमाशों ने दिनदहाड़े मारी गोली, शहर में दहशत, रविवार की शाम कैथल शहर के सेक्टर 21 में उस वक्त सनसनी फैल गई, जब अपनी नियमित सैर पर निकले एक जाने-माने डॉक्टर को अज्ञात हमलावरों ने दिनदहाड़े गोली मार दी। यह दुस्साहसिक वारदात शाम करीब 7 बजे हुई, जिसने शहर की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। गंभीर रूप से घायल डॉक्टर प्रतीक को प्राथमिक उपचार के बाद चंडीगढ़ PGI रेफर कर दिया गया है, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। इस घटना ने पूरे कैथल में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है, और लोग अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।
सैर पर निकले डॉक्टर पर अचानक हमला
सेक्टर 19 निवासी डॉ. प्रतीक, जो शाहाबाद के आदेश अस्पताल में अपनी सेवाएँ देते हैं, रविवार शाम अपनी रोजमर्रा की आदत के अनुसार सेक्टर 21 में सैर कर रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों और पुलिस के शुरुआती बयानों के अनुसार, एक स्कूटी सवार युवक उनके पास आया और बिना किसी पूर्व चेतावनी या बहस के सीधे गोली चला दी। गोली डॉ. प्रतीक के पेट को चीरते हुए आर-पार निकल गई, जिससे वे लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़े। यह घटना इतनी तेजी से हुई कि किसी को कुछ समझने का मौका ही नहीं मिला।
घटनास्थल पर पुलिस और फोरेंसिक टीम
वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। डीएसपी मुख्यालय वीरभान तत्काल पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुँचे। उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और जाँच के निर्देश दिए। FSL (फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) की टीम को भी मौके पर बुलाया गया, जिसने घटनास्थल से महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है, ताकि हमलावर की पहचान की जा सके और उसकी धरपकड़ सुनिश्चित की जा सके। SHO ने मीडिया को बताया कि हमलावर को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और घटना के पीछे के motives का खुलासा किया जाएगा।
आपराधिक घटनाएँ और शहर की सुरक्षा
कैथल, जो कभी एक शांत शहर के रूप में जाना जाता था, अब लगातार बढ़ रही आपराधिक घटनाओं के कारण चर्चा में है। यह घटना दर्शाती है कि शहर में बदमाश कितने बेखौफ हो गए हैं, जब एक डॉक्टर जैसे प्रतिष्ठित व्यक्ति को खुलेआम निशाना बनाया जा रहा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि अब शाम को बाहर निकलना भी सुरक्षित नहीं रहा। एक निवासी ने कहा, "हम हर शाम यहाँ सैर करने आते थे, लेकिन इस घटना के बाद डर लग रहा है। प्रशासन को इस पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।"
संदिग्ध 'पैसों के लेन-देन' का मामला
हालाँकि पुलिस अभी सभी पहलुओं से जाँच कर रही है, प्रारंभिक सूचनाओं के अनुसार, इस हमले के पीछे पैसों के लेन-देन का विवाद हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस इस दिशा में भी जाँच कर रही है कि क्या डॉ. प्रतीक का किसी के साथ कोई वित्तीय विवाद था। यह एक महत्वपूर्ण कड़ी हो सकती है, जो हमलावर तक पहुँचने में पुलिस की मदद करेगी। हालाँकि, पुलिस ने अभी तक आधिकारिक तौर पर इस बात की पुष्टि नहीं की है और कहा है कि जाँच पूरी होने के बाद ही कुछ ठोस कहा जा सकेगा।
डॉ. प्रतीक का स्वास्थ्य और आगे की चुनौतियाँ
गोली लगने के बाद डॉ. प्रतीक को गंभीर हालत में स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार दिया। उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें तुरंत चंडीगढ़ स्थित PGI रेफर कर दिया गया, जहाँ विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम उनकी जान बचाने का प्रयास कर रही है। उनके परिवार और मित्रों में इस घटना के बाद गहरा सदमा है।
यह घटना न केवल डॉ. प्रतीक और उनके परिवार के लिए एक त्रासदी है, बल्कि यह कैथल शहर के लिए भी एक चेतावनी है। यह दर्शाता है कि आपराधिक तत्व किस कदर हावी हो रहे हैं। पुलिस प्रशासन के सामने अब यह चुनौती है कि वह न केवल हमलावर को गिरफ्तार करे, बल्कि शहर में सुरक्षा व्यवस्था को भी मजबूत करे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
जनता में आक्रोश और न्याय की माँग
इस घटना को लेकर जनता में गहरा आक्रोश है। सोशल मीडिया पर भी लोग अपनी भड़ास निकाल रहे हैं और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की माँग कर रहे हैं। डॉक्टरों के संगठन ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की है और सरकार से अपील की है कि वे डॉक्टरों और आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी कहा है कि यदि ऐसे हमले जारी रहे तो उन्हें सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
पुलिस टीमें लगातार काम कर रही हैं और उम्मीद है कि जल्द ही हमलावर गिरफ्त में होगा। लेकिन इस घटना ने कैथल शहर की शांति और सुरक्षा पर एक गहरा दाग लगा दिया है, जिसे मिटाना प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती होगी। क्या कैथल फिर से सुरक्षित महसूस कर पाएगा, यह सवाल अब हर नागरिक के मन में है।
लेखक का दृष्टिकोण:
एक पत्रकार के तौर पर, यह देखना दुखद है कि कैसे अपराधी बेखौफ होकर खुलेआम वारदात को अंजाम दे रहे हैं। यह घटना समाज में व्याप्त असुरक्षा की भावना को दर्शाती है। पुलिस को न केवल इस मामले को सुलझाना चाहिए, बल्कि ऐसी preventative measures भी लेनी चाहिए जिससे नागरिकों में सुरक्षा का विश्वास बहाल हो सके।