बांध का कैचमेंट एरिया पानी से लबालब, खतरे के निशान के करीब जलस्तर
कोरबा में बांगो बांध लबालब, खोले गए गेट, हसदेव नदी में बढ़ा जलस्तर, छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के लिए एक अच्छी खबर है! बहुप्रतीक्षित बांगो बांध आखिरकार लबालब हो गया है। भादो माह में पड़ोसी जिलों कोरिया और सूरजपुर में हुई लगातार तेज बारिश के कारण बांध का कैचमेंट एरिया पानी से भर गया है, और जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है।
बांगो बांध से छोड़ा गया पानी, हसदेव नदी में बढ़ा जलस्तर
बांध के पूरी तरह भर जाने और पानी के ऊपर से छलकने के बाद, प्रशासन ने एहतियात के तौर पर बांध के चार गेट खोल दिए हैं। इन गेटों से 23 हजार 420 क्यूसेक पानी हसदेव नदी में छोड़ा जा रहा है। इसके अतिरिक्त, बांगो हाइडल प्लांट से भी 9000 क्यूसेक पानी नदी में जा रहा है, जिससे कुल 32,420 क्यूसेक पानी हसदेव नदी में छोड़ा जा रहा है।
दर्री बैराज में भी बढ़ा जलस्तर, खोले गए गेट
बांगो से छोड़ा गया पानी लगभग आठ घंटे बाद दर्री के हसदेव बैराज तक पहुंच गया है, जिससे बैराज में भी जलस्तर बढ़ रहा है। इसे देखते हुए दर्री बैराज के भी दो गेट खोल दिए गए हैं और 17 हजार 325 क्यूसेक पानी हसदेव नदी में छोड़ा जा रहा है।
प्रशासन अलर्ट पर, निचले इलाकों में चेतावनी जारी
बांगो बांध के गेट खोले जाने के कारण प्रशासन पूरी तरह अलर्ट पर है। हसदेव नदी के किनारे बसे निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी जारी की गई है, और आपदा प्रबंधन की टीम को भी अलर्ट पर रखा गया है। जल संसाधन विभाग ने बताया कि बांध में पानी का स्तर कम होने पर ही गेट बंद किए जाएंगे।
कोरबा और कैचमेंट एरिया में लगातार बारिश
कोरबा जिले के साथ-साथ बांध के कैचमेंट एरिया में आने वाले कोरिया और सूरजपुर जिलों में पिछले कुछ दिनों से लगातार तेज बारिश हो रही है। हसदेव और उसकी सहायक नदियों में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। पोड़ी उपरोड़ा और कटघोरा तहसीलों में भारी बारिश के कारण ही मिनीमाता बांगो बांध में पानी का स्तर खतरे के निशान के करीब (358.10 मीटर) पहुंच गया है, जबकि इसकी कुल भराव क्षमता 359.50 मीटर है।
हाइडल प्लांट में फुल लोड पर बिजली उत्पादन, 120 मेगावाट बिजली मिल रही
बांगो बांध के लबालब होने से यहां स्थित हाइडल संयंत्र की तीनों इकाइयां भी फुल लोड पर चलाई जा रही हैं। 40-40 मेगावाट की इन तीनों इकाइयों से कुल 120 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है, जो क्षेत्र के लिए एक बड़ी राहत है। बांध का वर्तमान जलस्तर कुल भराव क्षमता का 90.71 फीसदी है।