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राजस्थान के कोटा शहर से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहाँ एक निजी बैंक ने लोन की किस्तें न चुकाने पर एक हॉस्टल भवन को सीज कर दिया। इस कार्रवाई के दौरान हॉस्टल में रह रहे 10 छात्रों और मकान मालिक को अचानक बाहर निकाल दिया गया। बच्चे अपना सामान समेटकर गेट पर खड़े रह गए, उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि वे अब कहाँ जाएँ।

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कोटा में दिल दहला देने वाली घटना: बैंक लोन न चुकाने पर हॉस्टल सीज, मालिक सहित 10 छात्रों को किया बेघर
कोटा में दिल दहला देने वाली घटना: बैंक लोन न चुकाने पर हॉस्टल सीज, मालिक सहित 10 छात्रों को किया बेघर

कोटा में दिल दहला देने वाली घटना: बैंक लोन न चुकाने पर हॉस्टल सीज, मालिक सहित 10 छात्रों को किया बेघर, राजस्थान के कोटा शहर से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहाँ एक निजी बैंक ने लोन की किस्तें न चुकाने पर एक हॉस्टल भवन को सीज कर दिया। इस कार्रवाई के दौरान हॉस्टल में रह रहे 10 छात्रों और मकान मालिक को अचानक बाहर निकाल दिया गया। बच्चे अपना सामान समेटकर गेट पर खड़े रह गए, उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि वे अब कहाँ जाएँ।

दो साल से बकाया था 71 लाख का कर्ज

यह मामला कोटा के महावीर नगर द्वितीय स्थित एक हॉस्टल का है। निजी बैंक के एडवोकेट नरेंद्र योगी ने बताया कि हॉस्टल मालिक पर 71 लाख रुपये का कर्ज था और पिछले करीब दो साल से वे बैंक को किस्तें जमा नहीं करवा रहे थे। बैंक ने न्यायालय की अनुमति लेने के बाद रविवार को पुलिस की सहायता से हॉस्टल भवन को सीज कर दिया। बैंक लोन न चुकाने पर हॉस्टल सीज

छुट्टी के दिन हुई कार्रवाई, छात्रों को नहीं मिली मोहलत

हॉस्टल मालिक भुवनेश अग्रवाल की पत्नी पूजा ने बताया कि उनके पति ने लोन लिया था और वे फिलहाल दिल्ली में हैं। उन्होंने दावा किया कि बैंक ने अप्रैल के कोर्ट ऑर्डर पर कार्रवाई की, जबकि इसके खिलाफ उन्होंने दूसरी कोर्ट से स्टे ले रखा था और न्यायालय में 10 लाख रुपये भी जमा करवा दिए थे। बावजूद इसके, बैंक ने रविवार को छुट्टी के दिन अचानक यह कार्रवाई की। बैंक लोन न चुकाने पर हॉस्टल सीज

छात्रों को दो घंटे में करना पड़ा हॉस्टल खाली

हॉस्टल में रहने वाले छात्रों ने बताया कि पुलिस और बैंक के अधिकारियों ने उन्हें तुरंत हॉस्टल खाली करने का आदेश दिया। अचानक हुई इस कार्रवाई से घबराकर बच्चों ने केवल दो घंटे के भीतर अपना सारा सामान पैक किया और हॉस्टल से बाहर आ गए। इस घटना से वे स्तब्ध थे और उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि इस आपात स्थिति में वे कहाँ जाएँ। हॉस्टल के बाहर बैठे छात्र असहाय और परेशान नजर आए। बैंक लोन न चुकाने पर हॉस्टल सीज

मकान मालिक सहित 10 छात्र हुए बेघर

इस हॉस्टल में 9 छात्र अकेले रह रहे थे, जबकि एक छात्र अपने परिजनों के साथ रहता था। बैंक की कार्रवाई के बाद इन सभी 10 छात्रों और मकान मालिक को बाहर निकालकर हॉस्टल भवन पर ताला लगा दिया गया। यह घटना उन छात्रों के लिए एक बड़ी परेशानी का सबब बन गई है, जो अपनी पढ़ाई के लिए कोटा जैसे शहर में किराए पर रहते हैं। इस कार्रवाई ने हॉस्टल में रहने वाले छात्रों के भविष्य पर अनिश्चितता के बादल डाल दिए हैं। बैंक लोन न चुकाने पर हॉस्टल सीज

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