लैरी एलिसन बने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति: ओरेकल AI बूम ने मस्क को पछाड़ा

9 सितंबर 2025 को लैरी एलिसन ने एलन मस्क को पछाड़कर दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति का खिताब हासिल किया। जानें कैसे ओरेकल के AI और क्लाउड कंप्यूटिंग में अभूतपूर्व उछाल ने उनकी संपत्ति को 393 अरब डॉलर तक पहुंचाया। उनके जीवन, संघर्ष और तकनीकी क्रांति की कहानी।

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तकनीकी साम्राज्य के शिखर पर लैरी एलिसन: AI क्रांति से बने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति, एलन मस्क को पछाड़ा

 सैन फ्रांसिस्को: लैरी एलिसन बने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति: प्रौद्योगिकी की दुनिया में एक नए युग का सूत्रपात हो गया है, क्योंकि दिग्गज सॉफ्टवेयर कंपनी ओरेकल के सह-संस्थापक लैरी एलिसन ने ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स में एलन मस्क को पछाड़कर दुनिया के सबसे धनी व्यक्ति का खिताब हासिल कर लिया है। ओरेकल के शेयरों में अप्रत्याशित 40% से अधिक की वृद्धि ने एलिसन की संपत्ति को एक ही दिन में $101 बिलियन बढ़ाकर रिकॉर्ड $393 बिलियन तक पहुंचा दिया, जो वित्तीय इतिहास में एक दिन की सबसे बड़ी संपत्ति वृद्धि का विश्व रिकॉर्ड है। यह घटना सिर्फ एक वित्तीय उलटफेर नहीं, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्लाउड कंप्यूटिंग के बढ़ते प्रभुत्व का स्पष्ट संकेत है, जो वैश्विक अर्थव्यवस्था के चेहरे को नया आकार दे रहा है।

पिछले लगभग एक साल से एलन मस्क इस सूची में शीर्ष पर थे, लेकिन ओरेकल की अभूतपूर्व सफलता, खासकर AI और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर खंड में, ने उनके वर्चस्व को समाप्त कर दिया। मस्क की $385 बिलियन की संपत्ति अब दूसरे स्थान पर खिसक गई है, जो टेस्ला के शेयर मूल्य में हालिया गिरावट और राजनीतिक तनाव से प्रभावित हुई है। यह क्षण लैरी एलिसन के दशकों के समर्पण, नवाचार और कभी हार न मानने वाले दृढ़ संकल्प का प्रमाण है, जिनकी कहानी गरीबी और कठिनाई से शुरू होकर तकनीकी साम्राज्य के शिखर तक पहुंची है।लैरी एलिसन बने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति

एक असाधारण जीवन की शुरुआत: अभावों से भरा बचपन

लॉरेंस जोसेफ "लैरी" एलिसन का जन्म 17 अगस्त 1944 को न्यूयॉर्क शहर के ब्रोंक्स में एक अविवाहित 19 वर्षीय माँ के यहाँ हुआ था। आर्थिक तंगी और सामाजिक दबावों के कारण, जब लैरी नौ महीने के थे, उन्हें उनकी चाची लिलियन और चाचा लुई एलिसन ने शिकागो में गोद ले लिया। उनके गोद लिए हुए पिता, एक रूसी अप्रवासी, ने एलिस आइलैंड के सम्मान में अपना उपनाम "एलिसन" चुना था।लैरी एलिसन बने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति

लैरी का बचपन शिकागो के एक मध्यमवर्गीय यहूदी परिवार में बीता, जहाँ उनकी माँ लिलियन ने उन्हें भरपूर प्यार और सहारा दिया। हालाँकि, उनके पिता लुई के साथ उनका रिश्ता तनावपूर्ण रहा। लुई अक्सर लैरी को ताने मारते थे और कहते थे कि वह कभी कुछ नहीं बन पाएंगे। ये कड़वे शब्द, जो किसी भी बच्चे को तोड़ सकते थे, लैरी के लिए एक प्रेरणा बन गए। उन्होंने इन चुनौतियों को अपनी महत्वाकांक्षा की आग में बदलने का काम किया।लैरी एलिसन बने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति

1962 में साउथ शोर हाई स्कूल से स्नातक होने के बाद, लैरी ने इलिनोइस विश्वविद्यालय में चिकित्सा का अध्ययन करने के लिए दाखिला लिया। लेकिन दूसरे वर्ष में उनकी माँ लिलियन की कैंसर से हुई मृत्यु ने उन्हें गहरा आघात पहुँचाया, और उन्होंने कॉलेज छोड़ दिया। 1966 में, उन्होंने शिकागो विश्वविद्यालय में भौतिकी और गणित का अध्ययन किया, जहाँ उन्हें पहली बार कंप्यूटर डिज़ाइन से परिचित कराया गया। हालाँकि, उन्होंने वहाँ भी केवल एक सेमेस्टर बिताया और बिना किसी कॉलेज डिग्री के अपनी राह बनाने का फैसला किया – एक ऐसा निर्णय जो उनकी यात्रा को और भी प्रेरणादायक बनाता है।लैरी एलिसन बने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति

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ओरेकल का जन्म: डेटा क्रांति का सूत्रपात

1966 में, 22 साल की उम्र में, लैरी कैलिफोर्निया के बर्कले चले गए, जहाँ उन्होंने शुरुआती वर्षों में छोटी-मोटी नौकरियाँ कीं। अम्पेक्स कॉर्पोरेशन में काम करते हुए, उन्होंने सीआईए के लिए एक डेटाबेस सिस्टम विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसने उनके भविष्य के मार्ग को प्रशस्त किया।लैरी एलिसन बने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति

1970 के दशक में, लैरी ने आईबीएम के एडगर कोड के रिलेशनल डेटाबेस मॉडल पर आधारित एक शोध पत्र पढ़ा। यह मॉडल डेटा को तालिकाओं में व्यवस्थित करने का एक क्रांतिकारी विचार था, जिसने लैरी को गहराई से प्रभावित किया। 1977 में, उन्होंने रॉबर्ट माइनर और एड ओट्स के साथ मिलकर सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट लेबोरेटरीज (SDL) की स्थापना की। यह स्टार्टअप केवल $2,000 के निवेश से शुरू हुआ, जिसमें से $1,200 लैरी के अपने थे।लैरी एलिसन बने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति

उनका पहला प्रमुख प्रोजेक्ट सीआईए के लिए एक डेटाबेस था, जिसे "ओरेकल" कोडनेम दिया गया। 1979 में, कंपनी का नाम बदलकर रिलेशनल सॉफ्टवेयर इंक. (RSI) और 1982 में ओरेकल सिस्टम्स कॉर्पोरेशन कर दिया गया। ओरेकल ने दुनिया का पहला व्यावसायिक रिलेशनल डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम (RDBMS) लॉन्च किया, जिसने डेटा को तेजी से और कुशलता से प्रबंधित करने की क्षमता प्रदान की। यह तकनीक उस समय की सबसे बड़ी तकनीकी क्रांति थी, जिसने व्यवसायों को डेटा स्टोरेज और प्रोसेसिंग में अभूतपूर्व आसानी दी। 1986 में ओरेकल एक सार्वजनिक कंपनी बनी, और इसके शेयरों ने बाजार में धूम मचाई।लैरी एलिसन बने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति

लैरी एलिसन ने 37 वर्षों तक (1977-2014) ओरेकल के सीईओ के रूप में कंपनी का नेतृत्व किया। उनके नेतृत्व में, ओरेकल ने आक्रामक अधिग्रहण की रणनीति अपनाई, जिसमें 2005 में पीपलसॉफ्ट (7.4 बिलियन) और 2024 में सीरियस डिसीजन जैसे 100 से अधिक अधिग्रहण शामिल हैं। इन अधिग्रहणों ने ओरेकल को तकनीकी परिदृश्य में एक दुर्जेय शक्ति बना दिया।लैरी एलिसन बने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति

AI और क्लाउड का नया क्षितिज: ओरेकल की वर्तमान सफलता

आज, ओरेकल क्लाउड कंप्यूटिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में एक अग्रणी खिलाड़ी है। इसके ग्राहकों में ओपनएआई, एक्सएआई (एलन मस्क की कंपनी), मेटा और एनवीडिया जैसे दिग्गज शामिल हैं, जो AI क्रांति के अग्रदूत हैं। 2025 में, ओरेकल की क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर ने $455 बिलियन के भविष्य के राजस्व की बुकिंग की, जो AI बूम का प्रत्यक्ष परिणाम है। कंपनी का बाजार पूंजीकरण अब $958 बिलियन से अधिक है, और लैरी एलिसन की इसमें 40% हिस्सेदारी है, जो उनकी विशाल संपत्ति का प्राथमिक स्रोत है।लैरी एलिसन बने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति

एलिसन की दूरदृष्टि ने ओरेकल को पारंपरिक डेटाबेस प्रदाता से AI और क्लाउड सेवाओं के एक पावरहाउस में बदल दिया। उन्होंने सही समय पर क्लाउड कंप्यूटिंग में भारी निवेश किया, जब कई अन्य कंपनियाँ हिचकिचा रही थीं। यह जोखिम भरा कदम अब ओरेकल को अकल्पनीय ऊंचाइयों पर ले गया है, और लैरी एलिसन को वैश्विक मंच पर सबसे आगे ला खड़ा किया है।लैरी एलिसन बने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति

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नेतृत्व शैली: महत्वाकांक्षा, आक्रामकता और दृढ़ संकल्प

लैरी एलिसन की नेतृत्व शैली हमेशा चर्चा का विषय रही है। उन्हें आक्रामक, महत्वाकांक्षी और कभी-कभी विवादास्पद माना जाता है। 1990 में, ओरेकल को राजस्व ओवरस्टेटमेंट के कारण एक बड़े संकट का सामना करना पड़ा, जिसके परिणामस्वरूप 10% कर्मचारियों की छंटनी हुई। लैरी ने इस घटना को अपनी सबसे बड़ी गलती स्वीकार किया और कंपनी को पटरी पर लाने के लिए अथक प्रयास किया। उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट, एसएपी और अन्य प्रमुख प्रतिद्वंद्वियों से कड़ा मुकाबला किया और अक्सर उन्हें पीछे छोड़ा।लैरी एलिसन बने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति

एलिसन की एलन मस्क के साथ गहरी दोस्ती भी रही है। 2018 से 2022 तक, वे टेस्ला के बोर्ड में थे और उन्होंने इसमें $1 बिलियन का निवेश किया। उनकी दूरदृष्टि और जोखिम लेने की क्षमता ने ओरेकल को तकनीकी दुनिया का एक अजेय पावरहाउस बनाया है। उन्होंने हमेशा बड़े सपने देखे और उन्हें साकार करने के लिए आवश्यक जोखिम उठाने से कभी नहीं हिचकिचाए।लैरी एलिसन बने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति

व्यक्तिगत जीवन: भव्यता, परोपकार और परिवार

लैरी का निजी जीवन उनकी व्यावसायिक उपलब्धियों जितना ही रंगीन और भव्य है। उन्होंने चार शादियां की हैं। पहली शादी 1967 में एडा क्विन से हुई, दूसरी 1977 में नैंसी व्हीलर से, तीसरी 1983 में एलेन फ्लिकर से, जिनसे उनके बच्चे डेविड (1977) और मेगन (1986) हैं, और चौथी शादी 2011 में लेखिका डेविडिने रिक्स से, जो अभी भी जारी है। उनके बच्चे डेविड और मेगन हॉलीवुड में सक्रिय हैं। डेविड ने स्काईडांस मीडिया की स्थापना की, जिसने 2025 में पैरामाउंट के साथ $28 बिलियन का विलय किया, जिसमें लैरी की 50% हिस्सेदारी है। मेगन ने "ज़ीरो डार्क थर्टी" और "अमेरिकन हसल" जैसी पुरस्कार विजेता फिल्मों का वित्तपोषण किया है।लैरी एलिसन बने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति

लैरी के शौक भी उनकी संपत्ति की तरह भव्य हैं। वे यॉट रेसिंग के शौकीन हैं और 2010 और 2013 में अमेरिका कप जीत चुके हैं। उनका 450 फीट लंबा यॉट "राइजिंग सन" दुनिया के सबसे शानदार यॉट्स में से एक है। वह इतालवी फाइटर जेट उड़ाते हैं और इंडियन वेल्स टेनिस टूर्नामेंट के मालिक हैं। 2012 में, उन्होंने हवाई द्वीप लानाई को $300 मिलियन में खरीदा, जिसे वह एक इको-फ्रेंडली रिसॉर्ट में बदल रहे हैं। 2020 से वह लानाई में रहते हैं और 2022 में फ्लोरिडा में $173 मिलियन की संपत्ति खरीदी। उनकी संपत्ति का 95% ओरेकल के शेयरों में है, लेकिन वह टेस्ला, सेल्सफोर्स और अन्य कंपनियों में भी एक महत्वपूर्ण निवेशक हैं।लैरी एलिसन बने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति

परोपकार के क्षेत्र में भी लैरी एलिसन सक्रिय हैं। 2010 में, उन्होंने "गिविंग प्लेज" पर हस्ताक्षर किए, जिसमें उन्होंने अपनी अधिकांश संपत्ति दान करने का वादा किया। उन्होंने यूएससी कैंसर सेंटर को $200 मिलियन का दान दिया है और 2025 में, वह ट्रम्प, सैम ऑल्टमैन और मसायोशी सोन के साथ "स्टारगेट प्रोजेक्ट" में शामिल हुए, जो AI और क्लाउड में एक बड़ा निवेश है।लैरी एलिसन बने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति

अमीरी का सफर: AI बूम और मस्क को पछाड़ना

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लैरी एलिसन की संपत्ति का आधार हमेशा ओरेकल रहा है। 2024 में, ओरेकल के शेयरों में 63% की वृद्धि हुई, जिससे उनकी संपत्ति $217 बिलियन हो गई। 2025 में, AI और क्लाउड बूम ने इसे अप्रत्याशित रूप से $393 बिलियन तक पहुंचा दिया। जुलाई 2025 तक, वह $275 बिलियन के साथ दूसरे स्थान पर थे। इस बीच, मस्क की संपत्ति टेस्ला की बिक्री में 13% की गिरावट और ट्रम्प प्रशासन के साथ बढ़ते तनाव के कारण $385 बिलियन पर स्थिर रही। ओरेकल की 77% क्लाउड ग्रोथ ने लैरी को शीर्ष स्थान पर धकेल दिया, जिससे यह साबित होता है कि स्थिर और रणनीतिक विकास अस्थिर उतार-चढ़ाव से बेहतर परिणाम दे सकता है।लैरी एलिसन बने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति

एक प्रेरणादायक विरासत: लैरी एलिसन की सीख

81 वर्ष की आयु में भी, लैरी एलिसन का जुनून, दृढ़ संकल्प और तकनीकी नवाचार के प्रति समर्पण निरंतर प्रेरणा देता है। उनकी कहानी हमें सिखाती है कि:

  • डिग्री के बिना भी सपने पूरे हो सकते हैं: उन्होंने बिना किसी कॉलेज डिग्री के दुनिया की सबसे सफल सॉफ्टवेयर कंपनियों में से एक का निर्माण किया।

  • चुनौतियों को अवसर में बदलें: कठिन बचपन, आलोचनाएँ और व्यावसायिक असफलताएँ उन्हें कभी नहीं रोक पाईं।

  • जोखिम लें और दूरदृष्टि रखें: उनकी आक्रामक रणनीति और AI पर शुरुआती फोकस ने ओरेकल को शिखर पर पहुंचाया।

  • कभी हार न मानें: उन्होंने लगातार अपने प्रतिद्वंद्वियों से मुकाबला किया और हमेशा आगे बढ़ने का रास्ता खोजा।

लैरी एलिसन सिर्फ एक अरबपति नहीं हैं; वह एक ऐसे दूरदर्शी हैं जिन्होंने डेटा को शक्ति और जुनून को जीत में बदला है। उनकी कहानी हर उस व्यक्ति के लिए एक प्रेरणा है जो असंभव को संभव करना चाहता है और यह दर्शाता है कि अटूट संकल्प और सही समय पर सही दांव लगाने से कोई भी व्यक्ति वैश्विक मंच पर अपना स्थान बना सकता है। मॉरीशस के साथ भारत के 'सागर' विजन और 'पड़ोसी पहले' नीति के तहत गहरे होते संबंधों के बीच, लैरी एलिसन की यह कहानी भारत और दुनिया भर के उद्यमियों के लिए एक प्रेरणा बनी रहेगी कि कैसे नवाचार और दृढ़ संकल्प से न केवल व्यक्तिगत बल्कि वैश्विक स्तर पर भी सफलता प्राप्त की जा सकती है।लैरी एलिसन बने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति

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Dr. Tarachand Chandrakar

Senior Journalist & Editor, Nidar Chhattisgarh

Dr. Tarachand Chandrakar is a respected journalist with decades of experience in reporting and analysis. His deep knowledge of politics, society, and regional issues brings credibility and authority to Nidar Chhattisgarh. Known for his unbiased reporting and people-focused journalism, he ensures that readers receive accurate and trustworthy news.

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