समीर मोदी दुष्कर्म केस में गिरफ्तार, हाई-प्रोफाइल विवादों के घेरे में मोदी परिवार
दिल्ली : भारतीय व्यावसायिक जगत और हाई-प्रोफाइल विवादों का पर्याय रहा मोदी परिवार एक बार फिर सुर्खियों में है। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के पूर्व चेयरमैन ललित मोदी के छोटे भाई, प्रमुख व्यवसायी समीर मोदी को दुष्कर्म, ब्लैकमेलिंग और धोखाधड़ी के गंभीर आरोपों में दिल्ली एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी गुरुवार (18 सितंबर 2025) शाम उस समय हुई जब समीर मोदी यूरोप से भारत लौट रहे थे। दिल्ली पुलिस ने एक महिला की शिकायत के आधार पर लुक-आउट सर्कुलर (LOC) जारी किया था, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई।
यह घटनाक्रम न केवल समीर मोदी बल्कि पूरे मोदी परिवार के लिए एक बड़ा झटका है, जिसका नाम पहले भी कई विवादों से जुड़ा रहा है। इस गिरफ्तारी ने एक बार फिर व्यावसायिक घरानों और शक्तिशाली व्यक्तियों के खिलाफ लगने वाले आरोपों की गंभीरता को सामने ला दिया है।
क्या है पूरा मामला?
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के अनुसार, यह मामला 10 सितंबर को न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी थाने में एक महिला द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत से शुरू हुआ। महिला ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि समीर मोदी ने उसे करियर में मदद देने और शादी का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म किया। महिला ने बताया कि समीर से उसकी पहली मुलाकात 2019 में हुई थी। इसके बाद, आरोप है कि समीर ने लंबे समय तक उसका यौन शोषण किया, उसे ब्लैकमेल किया और जान से मारने की धमकियां भी दीं। महिला के अनुसार, जब उसने इन कृत्यों का खुलासा करने की कोशिश की, तो समीर ने उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। इन गंभीर आरोपों के बाद, दिल्ली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए समीर मोदी के खिलाफ FIR दर्ज की और एक लुक-आउट सर्कुलर जारी किया।
वकील का दावा: 50 करोड़ की फिरौती की मांग
समीर मोदी के कानूनी प्रतिनिधि, एडवोकेट सिमरन सिंह ने इन आरोपों को पूरी तरह से निराधार और मनगढ़ंत बताया है। उन्होंने एक बयान जारी कर कहा कि समीर मोदी और शिकायतकर्ता महिला 2019 से आपसी सहमति से रिश्ते में थे। एडवोकेट सिंह का आरोप है कि महिला अब समीर मोदी से 50 करोड़ रुपये की मोटी रकम की मांग कर रही है, और जब समीर ने यह रकम देने से इनकार कर दिया, तो उसने दबाव बनाने के लिए यह झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया।
वकील ने दिल्ली पुलिस पर भी बिना पर्याप्त जांच के जल्दबाजी में कार्रवाई करने का आरोप लगाया है। उन्होंने पुलिस को वॉट्सऐप चैट और अन्य डिजिटल सबूत सौंपने का दावा किया है, जो उनके अनुसार, महिला के आरोपों की सच्चाई पर सवाल उठाते हैं। इस बीच, पुलिस का कहना है कि वे सभी उपलब्ध सबूतों और बयानों की गहनता से जांच कर रहे हैं ताकि सच्चाई का पता लगाया जा सके।
विवादों से समीर मोदी का पुराना नाता
समीर मोदी का नाम विवादों से कोई नया नहीं है। मोदी इंटरप्राइजेज के मैनेजिंग डायरेक्टर और कलरबार कॉस्मेटिक्स व मोदीकेयर फाउंडेशन के संस्थापक के रूप में उनकी एक अलग पहचान है, लेकिन उनका व्यावसायिक और निजी जीवन अक्सर विवादों से घिरा रहा है।
पिछले वर्ष, वह अपने पिता केके मोदी की 11,000 करोड़ की संपत्ति के विवाद को लेकर सुर्खियों में रहे थे। इस पारिवारिक संपत्ति विवाद ने सार्वजनिक रूप से काफी ध्यान खींचा था। इतना ही नहीं, गत वर्ष उन पर अपनी मां के सुरक्षा अधिकारी पर हमला करने का आरोप भी लगा था, हालांकि बाद में उनकी मां ने इस मामले को झूठा बताया था। हाल ही में, अगस्त 2024 में उन्हें गॉडफ्रे फिलिप्स इंडिया के बोर्ड से भी हटा दिया गया था, जिससे उनके पेशेवर जीवन में भी उथल-पुथल साफ दिखाई देती है। इन घटनाओं ने समीर मोदी की सार्वजनिक छवि को काफी नुकसान पहुंचाया है और वर्तमान दुष्कर्म के आरोपों ने उनकी कानूनी और सामाजिक चुनौतियों को और बढ़ा दिया है।
ललित मोदी: एक और विवादास्पद भाई
यह याद दिलाना भी आवश्यक है कि समीर के बड़े भाई ललित मोदी भी भारत के सबसे विवादास्पद व्यक्तियों में से एक रहे हैं। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की स्थापना और उसे लोकप्रिय बनाने का श्रेय उन्हें दिया जाता है, लेकिन 2010 में उन पर भ्रष्टाचार, मनी लॉन्ड्रिंग और विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के उल्लंघन जैसे गंभीर आरोप लगे थे। इन आरोपों के बाद, ललित मोदी देश छोड़कर लंदन भाग गए और तब से भारत नहीं लौटे हैं। उन पर भारतीय जांच एजेंसियों द्वारा कई मामले दर्ज हैं और उनकी कुल संपत्ति लगभग ₹4500 करोड़ आंकी गई है। ललित मोदी के विवादों ने भी मोदी परिवार की प्रतिष्ठा पर सवाल उठाए हैं, और अब समीर मोदी की गिरफ्तारी ने एक बार फिर परिवार को कानूनी शिकंजे में कस दिया है।
पुलिस हिरासत में समीर मोदी, आगे क्या?
दिल्ली की एक अदालत ने समीर मोदी को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। इस दौरान पुलिस महिला द्वारा लगाए गए आरोपों की पुष्टि करने के लिए डिजिटल सबूतों, गवाहों और अन्य रिकॉर्ड्स की गहन जांच करेगी। पुलिस टीम अब समीर मोदी से पूछताछ कर रही है और मामले की तह तक जाने का प्रयास कर रही है। इसमें शिकायतकर्ता महिला के बयान, समीर मोदी के दावे और प्रस्तुत किए गए सभी सबूतों का विश्लेषण शामिल होगा।
इस मामले में कई सवाल उठ रहे हैं: क्या महिला के आरोप सत्य हैं या यह वास्तव में ब्लैकमेलिंग का मामला है? समीर मोदी के वकील द्वारा प्रस्तुत किए गए सबूतों का क्या महत्व होगा? पुलिस इस हाई-प्रोफाइल मामले में कितनी निष्पक्षता और तेजी से जांच कर पाएगी?
यह मामला न केवल समीर मोदी के भविष्य बल्कि मोदी परिवार की प्रतिष्ठा के लिए भी महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, इस जटिल और संवेदनशील मामले से जुड़े और भी कई पहलू सामने आने की उम्मीद है। दिल्ली पुलिस पर अब यह साबित करने का दबाव है कि वे बिना किसी बाहरी प्रभाव के, कानून के अनुसार, इस मामले की निष्पक्ष और गहन जांच कर रहे हैं। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह हाई-प्रोफाइल केस कौन सा मोड़ लेता है।