लोरमी में वन विभाग को चकमा देते तस्कर: डेढ़ लाख के 10 सागौन लट्ठे नदी किनारे छोड़कर भागे, विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल

विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल, छत्तीसगढ़ के लोरमी में वन विभाग की सुरक्षा व्यवस्था और सतर्कता पर एक बार फिर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं। कीमती सागौन की अवैध कटाई और उसके परिवहन का 'खेल' थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला खुड़िया वन परिक्षेत्र का है, जहाँ मंगलवार की रात लकड़ी तस्करों ने चचेड़ी बीट परिसर में लगभग डेढ़ लाख रुपये मूल्य के 10 नग सागौन के लट्ठे नदी किनारे ही छोड़ दिए और फरार हो गए। बताया जा रहा है कि तस्कर इन लट्ठों को नदी के रास्ते क्षेत्र से बाहर भेजने की फिराक में थे, लेकिन वन विभाग की गश्ती टीम की भनक लगते ही वे लकड़ी को लावारिस हालत में छोड़कर भाग निकले।

Published on

मुख्य बिंदु:

  • Google Advertisement

    लोरमी के खुड़िया वन परिक्षेत्र में 10 नग कीमती सागौन लट्ठे बरामद।

  • तस्कर नदी के रास्ते लकड़ी ले जा रहे थे, गश्त की भनक लगते ही फरार।

  • वन विभाग की सक्रियता और तस्करों की बढ़ती हिम्मत पर उठे सवाल।

Google Advertisement

लोरमी में वन विभाग को चकमा देते तस्कर: डेढ़ लाख के 10 सागौन लट्ठे नदी किनारे छोड़कर भागे, विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल, छत्तीसगढ़ के लोरमी में वन विभाग की सुरक्षा व्यवस्था और सतर्कता पर एक बार फिर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं। कीमती सागौन की अवैध कटाई और उसके परिवहन का 'खेल' थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला खुड़िया वन परिक्षेत्र का है, जहाँ मंगलवार की रात लकड़ी तस्करों ने चचेड़ी बीट परिसर में लगभग डेढ़ लाख रुपये मूल्य के 10 नग सागौन के लट्ठे नदी किनारे ही छोड़ दिए और फरार हो गए। बताया जा रहा है कि तस्कर इन लट्ठों को नदी के रास्ते क्षेत्र से बाहर भेजने की फिराक में थे, लेकिन वन विभाग की गश्ती टीम की भनक लगते ही वे लकड़ी को लावारिस हालत में छोड़कर भाग निकले।

1.630 घन मीटर सागौन जब्त, पर तस्कर कहाँ?

Google Advertisement

वन विभाग की टीम ने मौके से 1.630 घन मीटर सागौन जब्त कर पीओआर क्रमांक 19831/02 पर कार्रवाई जरूर की है। हालांकि, यह बड़ा सवाल उठता है कि जब तस्कर इतनी बड़ी मात्रा में खुलेआम कटाई और ढुलाई कर रहे थे, तो विभाग के जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी उस समय कहाँ थे? बाजार में लगभग डेढ़ लाख रुपये की यह इमारती लकड़ी यदि तस्करों के हाथ लगती, तो इससे स्पष्ट होता है कि क्षेत्र में लकड़ी माफिया बेखौफ होकर सक्रिय हैं और उन्हें विभाग का कोई डर नहीं है।लोरमी में वन विभाग को चकमा देते तस्कर: डेढ़ लाख के 10 सागौन लट्ठे नदी किनारे छोड़कर भागे, विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल

अधिकारी के निर्देश के बाद ही हुई कार्रवाई?

इस कार्रवाई को वनमंडलाधिकारी अभिनव कुमार और एसडीओ दशांश सूर्यवंशी के मार्गदर्शन में रेंजर रूद्र कुमार ने अंजाम दिया। लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि तस्कर आसानी से जंगलों से लकड़ी काटकर नदी किनारे तक पहुंचा देते हैं, और विभाग अक्सर केवल लकड़ी जब्त करके अपनी पीठ थपथपाता नजर आता है, जबकि असल अपराधियों तक पहुँचने में विफल रहता है।लोरमी में वन विभाग को चकमा देते तस्कर: डेढ़ लाख के 10 सागौन लट्ठे नदी किनारे छोड़कर भागे, विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल

"आगे भी जारी रहेगी कार्रवाई" - एसडीओ

फिलहाल, एसडीओ दशांश सूर्यवंशी ने एक मीडिया आउटलेट को बताया कि उनकी टीम लगातार गश्त करती रहती है और उनका मुख्य उद्देश्य अवैध परिवहन करने वाले वाहनों को जब्त करना है। उन्होंने स्वीकार किया कि इमारती लकड़ी पकड़ी गई है और ऐसी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने वनांचल सहित शहरी इलाकों में वन्य जीवों या वनों की कटाई/तस्करी से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए नागरिकों से सीधे विभाग के कर्मचारियों या उन्हें सूचित करने की अपील की।लोरमी में वन विभाग को चकमा देते तस्कर: डेढ़ लाख के 10 सागौन लट्ठे नदी किनारे छोड़कर भागे, विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल

Want to engage with this content?

Like, comment, or share this article on our main website for the full experience!

Go to Main Website for Full Features

Dr. Tarachand Chandrakar

Senior Journalist & Editor, Nidar Chhattisgarh

Dr. Tarachand Chandrakar is a respected journalist with decades of experience in reporting and analysis. His deep knowledge of politics, society, and regional issues brings credibility and authority to Nidar Chhattisgarh. Known for his unbiased reporting and people-focused journalism, he ensures that readers receive accurate and trustworthy news.

More by this author →
👉 Read Full Article on Website