जयपुर में 9.32 करोड़ की परियोजना से बनेगा डेटा बैंक
राजस्थान में खुलेगा दुनिया का पहला आयुर्वेदिक एक्सीलेंस सेंटर: मिलावटी दवाओं पर लगेगी लगाम, मिलेंगी शुद्ध और प्रमाणित औषधियां, राजधानी जयपुर स्थित राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में दुनिया का पहला आयुर्वेदिक एक्सीलेंस सेंटर स्थापित होगा। इस 9.32 करोड़ रुपये की परियोजना के तहत, औषधीय पौधों की डीएनए बारकोडिंग, जीनोम सीक्वेंसिंग और गुणवत्ता परीक्षण के माध्यम से एक विशाल डेटा बैंक तैयार किया जाएगा।
औषधियों की असलियत और गुणवत्ता की होगी पहचान
अब आयुर्वेदिक औषधियों की शुद्धता और गुणवत्ता पर कोई संदेह नहीं रहेगा। सेंटर में कच्ची औषधियों के मूल स्रोत और बाजार से प्राप्त नमूनों की गहन जांच की जाएगी। जीनोम सीक्वेंसिंग और डीएनए बारकोडिंग तकनीक का उपयोग करके औषधीय पौधों की वास्तविक पहचान और उनके गुणों का एक बड़ा डेटाबेस तैयार किया जाएगा। यह भारत में अपनी तरह का पहला प्रयास होगा।राजस्थान में खुलेगा दुनिया का पहला आयुर्वेदिक एक्सीलेंस सेंटर
राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान को मिली बड़ी जिम्मेदारी
आयुष मंत्रालय ने इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी जयपुर स्थित राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान को सौंपी है। संस्थान के द्रव्यगुण विभाग को इस पहल के लिए 'एक्सीलेंस सेंटर' का दर्जा दिया गया है।राजस्थान में खुलेगा दुनिया का पहला आयुर्वेदिक एक्सीलेंस सेंटर
अनुसंधान, शिक्षा और गुणवत्ता मानकों का वैश्विक केंद्र
यह सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में अपनी तरह का पहला एक्सीलेंस सेंटर होगा। यहां औषधीय पौधों के क्षेत्र में गहन अनुसंधान, अकादमिक विकास और कड़े गुणवत्ता मानकों की स्थापना की जाएगी। आयुष मंत्रालय ने इस प्रोजेक्ट के पहले चरण के लिए तीन वर्षों के लिए 9.32 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया है।राजस्थान में खुलेगा दुनिया का पहला आयुर्वेदिक एक्सीलेंस सेंटर
अत्याधुनिक लैब में होगी सूक्ष्म तत्वों की जांच
द्रव्यगुण विभाग की लैब में परीक्षण के लिए आधुनिक तकनीक और नई मशीनें लगाई जाएंगी। तीन साल की अवधि में, संस्थान 80 औषधीय पौधों के प्रामाणिक नमूनों और बाजार से खरीदे गए सैंपलों का परीक्षण करेगा। इससे बाजार में उपलब्ध आयुर्वेदिक कच्चे माल की शुद्धता और प्रभावशीलता का पता चलेगा।राजस्थान में खुलेगा दुनिया का पहला आयुर्वेदिक एक्सीलेंस सेंटर
मार्च तक तैयार होगा सेंटर, काम शुरू
यह प्रोजेक्ट औषधीय पौधों की पहचान और गुणवत्ता मानकों को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। सेंटर मार्च तक पूरी तरह तैयार हो जाएगा, हालांकि प्रारंभिक स्तर पर काम पहले ही शुरू हो चुका है।राजस्थान में खुलेगा दुनिया का पहला आयुर्वेदिक एक्सीलेंस सेंटर
घटिया दवाओं पर लगेगी रोक, उपभोक्ताओं को मिलेगा लाभ
विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रोजेक्ट से तैयार डेटा बैंक और पहचान सुविधाओं से घटिया और मिलावटी दवाओं पर प्रभावी ढंग से रोक लगेगी। उपभोक्ताओं तक केवल सत्यापित और गुणवत्तापूर्ण दवाएं ही पहुंचेंगी, जिससे वे मिलावटी दवाओं के दुष्प्रभावों से सुरक्षित रहेंगे।राजस्थान में खुलेगा दुनिया का पहला आयुर्वेदिक एक्सीलेंस सेंटर
डीएनए और डेटा बैंक का निर्माण - प्रो. सुदीप्त कुमार रथ
प्रो. सुदीप्त कुमार रथ, विभागाध्यक्ष, द्रव्यगुण विभाग, ने बताया, "देशभर से नमूने एकत्र किए जाएंगे, उनकी जांच की जाएगी और जीनोम सीक्वेंसिंग व डेटा बैंक तैयार किया जाएगा।"राजस्थान में खुलेगा दुनिया का पहला आयुर्वेदिक एक्सीलेंस सेंटर