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जयपुर पुलिस ने एक बड़े साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसने किराए के बैंक खातों का इस्तेमाल कर पांच राज्यों में 10 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की। पुलिस ने इस मामले में सात साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से बड़ी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, सिम कार्ड, एटीएम कार्ड और नकदी बरामद की है।

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राजस्थान साइबर क्राइम: किराए के खातों से 5 राज्यों में 10 करोड़ की ठगी, 7 ठग गिरफ्तार!
राजस्थान साइबर क्राइम: किराए के खातों से 5 राज्यों में 10 करोड़ की ठगी, 7 ठग गिरफ्तार!

राजस्थान साइबर क्राइम: किराए के खातों से 5 राज्यों में 10 करोड़ की ठगी, 7 ठग गिरफ्तार! जयपुर पुलिस ने एक बड़े साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसने किराए के बैंक खातों का इस्तेमाल कर पांच राज्यों में 10 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की। पुलिस ने इस मामले में सात साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से बड़ी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, सिम कार्ड, एटीएम कार्ड और नकदी बरामद की है।

साइबर ठगों का बड़ा नेटवर्क

जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की साइबर सेल, मानसरोवर और शिप्रापथ थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए इस गिरोह का पर्दाफाश किया। गिरफ्तार आरोपी साइबर ठगी के लिए लोगों को किराए पर बैंक खाते उपलब्ध करवाते थे। इस गिरोह द्वारा इस्तेमाल किए गए बैंक खातों के खिलाफ राजस्थान, झारखंड, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के साइबर पोर्टल पर कुल 25 शिकायतें दर्ज हैं।

ऐसे हुआ गिरोह का खुलासा

डीसीपी साउथ राजर्षि राज ने बताया कि 24 अगस्त को पुलिस कंट्रोल रूम को मानसरोवर में अपहरण की एक सूचना मिली थी। पुलिस टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अपहरण की सूचना देने वाले अनुज कुमार को पकड़ा। पूछताछ में सामने आया कि अनुज ने खुद के अपहरण की झूठी सूचना दी थी।

जांच में पता चला कि अनुज अपने परिचित मुकेश सिंह से मिलने आया था, जिसके पास झुंझुनूं थाने का हिस्ट्रीशीटर राकेश उर्फ हनी भी मौजूद था। तलाशी के दौरान तीनों के पास से 8 मोबाइल, 2 एटीएम कार्ड और 2 सिम कार्ड बरामद हुए, जिससे पुलिस को इस बड़े साइबर ठगी रैकेट के बारे में अहम सुराग मिले।

गिरफ्तार आरोपी और उनकी भूमिका

एडिशनल डीसीपी (साउथ) ललित किशोर शर्मा ने गिरफ्तार आरोपियों की पहचान बताई:

  • राकेश कुमार उर्फ हनी (26): सिंघाना, झुंझुनूं का रहने वाला, यह गिरोह का सरगना है।

  • मुकेश सिंह (30): राकेश का दोस्त और सहयोगी है।

  • अनुज कुमार (21): गुढ़ा, झुंझुनूं का रहने वाला, बैंक खाते उपलब्ध करवाने वालों में से एक।

  • अजरूद्दीन अहमद उर्फ अजर (26): संजय नगर, शास्त्री नगर का निवासी, बैंक खाते उपलब्ध करवाने वालों में से एक।

  • आरिश खान (20): शिवाजी नगर, भट्टा बस्ती का निवासी, बैंक खाते उपलब्ध करवाने वालों में से एक।

  • कन्हैयालाल (24): पांच्यावाला, चित्रकूट का निवासी, बैंक खाते उपलब्ध करवाने वालों में से एक।

  • चन्द्र प्रकाश पूर्बिया (27): पांच्यावाला, चित्रकूट का निवासी, यह बैंक खाते ऑपरेट करता था।

पुलिस ने इन आरोपियों के कब्जे से 17 कंप्यूटर, 32 मोबाइल फोन, 16 अतिरिक्त सिम कार्ड, 30 एटीएम कार्ड सहित 2.35 लाख रुपये नकद और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए हैं। यह कार्रवाई साइबर अपराध के खिलाफ जयपुर पुलिस की एक बड़ी सफलता है।

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