रायपुर – रायपुर की क्राइम ब्रांच और साइबर पुलिस ने दो अनाधिकृत ईंधन यार्डों पर छापेमारी के दौरान लगभग 44 लाख भारतीय रुपये (लगभग $52,700 अमेरिकी डॉलर) मूल्य का अवैध पेट्रोल और डीजल जब्त किया है। इस अभियान के संबंध में अधिकारियों ने 11 व्यक्तियों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं। विधानसभा थाना प्रभारी कथित संलिप्तता के लिए जांच के दायरे में हैं।
रिंग रोड नंबर 3 पर पीरदा चौक और टेकारी चौक स्थित दो अलग-अलग यार्डों पर की गई ये छापेमारी, रायपुर के पुलिस महानिरीक्षक अमरीश मिश्रा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लाल उमेद सिंह के निर्देशों के बाद हुई। इन अभियानों के दौरान नौ आरोपियों को पकड़ा गया।
प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, यह जांच तब तेज हुई जब विधानसभा थाना क्षेत्र में अवैध ईंधन व्यापार को कवर कर रहे एक पत्रकार ने जान से मारने की धमकी मिलने की सूचना दी। पत्रकार ने बताया कि विधानसभा थाना प्रभारी शिवेंद्र सिंह राजपूत ने कथित तौर पर शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की और इसके बजाय पत्रकार को खाद्य विभाग से संपर्क करने की सलाह दी। इस बातचीत की एक ऑडियो रिकॉर्डिंग कथित तौर पर प्रसारित हुई, जिसके बाद पत्रकार ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया।
यह बड़े पैमाने पर जब्ती विधानसभा पुलिस थाना क्षेत्र के भीतर बड़े पैमाने पर अवैध ईंधन संचालन की मौजूदगी को उजागर करती है। स्थानीय थाना प्रभारी द्वारा कथित निष्क्रियता ने विभागीय निगरानी और संभावित संलिप्तता के बारे में सवाल खड़े किए हैं।
रिपोर्टिंग तक, प्रशासन द्वारा विधानसभा थाना प्रभारी शिवेंद्र सिंह राजपूत के खिलाफ की गई विशिष्ट कार्रवाइयों के संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। इसके अतिरिक्त, खाद्य विभाग ने इस मामले या ऐसी गतिविधियों को विनियमित करने में अपनी भूमिका पर कोई टिप्पणी नहीं की है।