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शिक्षिका पर लापरवाही का आरोप: ग्रामीणों ने किया स्कूल का बहिष्कार, बच्चों का भविष्य अधर में! छत्तीसगढ़ के अम्बागढ़-चौकी विकासखंड के हाथीकान्हार प्राथमिक शाला में इन दिनों शिक्षा का स्तर बदहाल है। ग्रामीणों ने स्कूल में पदस्थ सहायक अध्यापिका पिंकी भारद्वाज पर गंभीर आरोप लगाते हुए अपने बच्चों को स्कूल भेजना बंद कर दिया है। उनका कहना है कि शिक्षिका की लापरवाही के कारण बच्चों का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है।
अक्षर ज्ञान से वंचित बच्चे: अभिभावकों की चिंता बढ़ी
ग्रामीणों की शिकायत के अनुसार, पिंकी भारद्वाज 2008-09 से इस स्कूल में कार्यरत हैं, लेकिन बच्चों के अध्यापन में उनकी कोई रुचि नहीं है। कई वर्षों से स्कूल में पढ़ाई न होने के कारण यहां पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को अक्षर ज्ञान तक नहीं है। गांव के बच्चे पढ़ाई में बहुत पिछड़ गए हैं, जिससे अभिभावकों की चिंता बढ़ गई है।शिक्षिका पर लापरवाही का आरोप: ग्रामीणों ने किया स्कूल का बहिष्कार, बच्चों का भविष्य अधर में!
निजी स्कूलों की शरण में मजबूर गरीब परिवार
शिकायत में आगे कहा गया है कि इस सत्र में स्कूल खुले तीन महीने हो गए हैं, लेकिन शिक्षिका ने एक भी पाठ नहीं पढ़ाया है। स्कूल की इस बदहाली को देखते हुए गांव के गरीब मजदूर परिवारों के आधे से ज़्यादा बच्चे अंबागढ़-चौकी नगर के निजी स्कूलों में पढ़ने को मजबूर हैं।शिक्षिका पर लापरवाही का आरोप: ग्रामीणों ने किया स्कूल का बहिष्कार, बच्चों का भविष्य अधर में!
स्कूल के रखरखाव और नियमितता पर भी सवाल
ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया है कि वर्षों से स्कूल की लिपाई-पोताई, मरम्मत और साफ-सफाई नहीं कराई गई है। अध्यापिका शैक्षणिक कार्य के लिए स्कूल नियमित रूप से नहीं आती हैं। ग्रामीणों को आशंका है कि सरकारी स्कूल के संचालन और रखरखाव के लिए शासन द्वारा स्वीकृत राशि में भी हेराफेरी की जा रही है।शिक्षिका पर लापरवाही का आरोप: ग्रामीणों ने किया स्कूल का बहिष्कार, बच्चों का भविष्य अधर में!
अधिकारियों ने लिया संज्ञान, जांच जारी
बच्चों की एक साथ अनुपस्थिति की जानकारी मिलते ही विकासखंड शिक्षा अधिकारी एस.के. धीवर और बीआरसीसी संतोष पांडे स्कूल पहुंचे। उन्होंने मामले की जानकारी ली और पालकों से चर्चा की। अधिकारियों ने आगे की कार्रवाई सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है।शिक्षिका पर लापरवाही का आरोप: ग्रामीणों ने किया स्कूल का बहिष्कार, बच्चों का भविष्य अधर में!
यह स्थिति शिक्षा व्यवस्था पर एक गंभीर प्रश्नचिह्न लगाती है, जहाँ बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उम्मीद है कि संबंधित अधिकारी इस मामले में जल्द से जल्द उचित कार्रवाई करेंगे ताकि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके।शिक्षिका पर लापरवाही का आरोप: ग्रामीणों ने किया स्कूल का बहिष्कार, बच्चों का भविष्य अधर में!
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