ब्रेकिंग न्यूज़: अवैध सट्टेबाजी ऐप मामले में ED के निशाने पर सोनू सूद और युवराज सिंह, बॉलीवुड-क्रिकेट जगत में हड़कंप
नई दिल्ली: एंटरटेनमेंट और खेल जगत से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है जिसने पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बॉलीवुड के लोकप्रिय अभिनेता सोनू सूद और भारतीय क्रिकेट के पूर्व धुरंधर युवराज सिंह को अवैध सट्टेबाजी ऐप 1xBet से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में समन जारी किया है। इन दोनों दिग्गजों को दिल्ली स्थित ED मुख्यालय में उपस्थित होकर अपने बयान दर्ज कराने के लिए कहा गया है, जिससे इस हाई-प्रोफाइल मामले में नई परतें खुलने की उम्मीद है।
ED का शिकंजा: कब और क्यों बुलाया गया?
प्रवर्तन निदेशालय की जांच में अवैध सट्टेबाजी गतिविधियों और उनसे जुड़े वित्तीय लेनदेन का खुलासा हुआ है। इसी कड़ी में ED ने युवराज सिंह को 23 सितंबर को और सोनू सूद को 24 सितंबर को पूछताछ के लिए बुलाया है। सूत्रों के अनुसार, ED यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इन हस्तियों का किसी भी रूप में इस प्लेटफॉर्म के प्रचार या उससे जुड़े किसी भी वित्तीय लेनदेन में कोई सीधा या अप्रत्यक्ष संबंध रहा है।
1xBet और सरोगेट विज्ञापन: कैसे हो रहा है कानून का उल्लंघन?
जांच एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, ये अवैध सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म चालाकी से '1xBat' और '1xBat Sporting Lines' जैसे सरोगेट नामों का इस्तेमाल कर रहे हैं। ये विज्ञापन अक्सर QR कोड के साथ आते हैं, जो उपयोगकर्ताओं को सीधे अवैध सट्टा साइट्स पर ले जाते हैं। भारतीय कानून के तहत सट्टेबाजी और जुआ पर प्रतिबंध है, और इस तरह के विज्ञापन व प्लेटफार्मों का संचालन भारतीय कानूनों का खुला उल्लंघन है। ED यह जांच कर रही है कि इन हस्तियों ने इन प्लेटफॉर्म्स का प्रचार किस आधार पर किया और क्या उन्हें इसकी अवैध प्रकृति के बारे में जानकारी थी।
ED के रडार पर अन्य सितारे: कौन-कौन आ चुके हैं जांच के घेरे में?
यह पहली बार नहीं है जब ED ने अवैध सट्टेबाजी ऐप से जुड़े मामलों में मशहूर हस्तियों को तलब किया है। इससे पहले भी कई बड़े नाम जांच के घेरे में आ चुके हैं। अभिनेत्री उर्वशी रौतेला और भारतीय क्रिकेट के पूर्व दिग्गज हरभजन सिंह तथा सुरेश रैना भी इसी मामले में ED की जांच का सामना कर चुके हैं। एजेंसी मुख्य रूप से उन प्रमोशनल गतिविधियों की पड़ताल कर रही है जो इन अवैध सट्टेबाजी साइट्स से जुड़ी हो सकती हैं।
इन सेलिब्रिटीज पर आरोप है कि उन्होंने इन प्लेटफॉर्म्स का विज्ञापन करके लोगों को इन्हें इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित किया, जबकि ये प्लेटफॉर्म भारतीय कानून के तहत अवैध हैं। ED यह जानना चाहती है कि क्या इन प्रमोशनल डील्स के पीछे कोई मनी लॉन्ड्रिंग का एंगल है या फिर सेलिब्रिटीज को इन ऐप्स की अवैधता के बारे में पता था।
सोनू सूद और युवराज सिंह का करियर: एक झलक
सोनू सूद (52 वर्ष): एक अभिनेता होने के साथ-साथ सोनू सूद को कोविड-19 महामारी के दौरान उनके मानवीय कार्यों के लिए पूरे देश में जाना जाता है। हाल ही में वह एक्शन कॉमेडी फिल्म 'माधा गजा राजा' में नज़र आए थे। इससे पहले उन्होंने अपनी पहली निर्देशित फिल्म 'फतेह' में जैकलिन फर्नांडिस, दिब्येंदु भट्टाचार्य और विजय राज के साथ काम किया था। उनके प्रशंसक उनके सामाजिक कार्यों के कारण उन्हें 'मसीहा' के रूप में जानते हैं, ऐसे में इस मामले में उनका नाम आना कई लोगों के लिए चौंकाने वाला है।
युवराज सिंह: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह को भारत के 2007 टी-20 विश्व कप और 2011 वनडे विश्व कप जीत में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए याद किया जाता है। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद वह अक्सर विभिन्न विज्ञापन अभियानों और सामाजिक कार्यों से जुड़े रहते हैं।
आगे क्या होगा?
सोनू सूद और युवराज सिंह को समन जारी होने के बाद इस मामले में अब और भी खुलासे होने की संभावना है। ED की पूछताछ में क्या नई जानकारी सामने आती है, यह देखना महत्वपूर्ण होगा। यह मामला न केवल सेलिब्रिटीज की ब्रांड एंडोर्समेंट की नैतिक जिम्मेदारियों पर सवाल उठाता है, बल्कि भारत में अवैध सट्टेबाजी के बढ़ते खतरे को भी उजागर करता है। कानून के तहत, इन ऐप्स का प्रचार या उनसे जुड़ा कोई भी लेनदेन गंभीर कानूनी परिणामों को जन्म दे सकता है। आने वाले दिनों में यह मामला और भी सुर्खियां बटोर सकता है।