तीन साल बाद ओवरफ्लो हुआ तांदुला डेम: जान जोखिम में डालकर फोटो-वीडियो बना रहे पर्यटक, प्रशासन लापरवाह

छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में स्थित तांदुला डेम तीन साल बाद ओवरफ्लो हो गया है, जिससे यह एक आकर्षक पर्यटन स्थल बन गया है। हालांकि, यहाँ पहुँचने वाले पर्यटक अपनी और अपने बच्चों की जान जोखिम में डालकर खतरनाक तरीके से पानी के तेज बहाव के नज़दीक फोटो और वीडियो बना रहे हैं। प्रशासन की ओर से कोई भी व्यक्ति उन्हें रोकने के लिए तैनात नहीं है, जिससे नियमों की खुलेआम धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं।

Published on

Google Advertisement

तीन साल बाद ओवरफ्लो हुआ तांदुला डेम: जान जोखिम में डालकर फोटो-वीडियो बना रहे पर्यटक, प्रशासन लापरवाह, छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में स्थित तांदुला डेम तीन साल बाद ओवरफ्लो हो गया है, जिससे यह एक आकर्षक पर्यटन स्थल बन गया है। हालांकि, यहाँ पहुँचने वाले पर्यटक अपनी और अपने बच्चों की जान जोखिम में डालकर खतरनाक तरीके से पानी के तेज बहाव के नज़दीक फोटो और वीडियो बना रहे हैं। प्रशासन की ओर से कोई भी व्यक्ति उन्हें रोकने के लिए तैनात नहीं है, जिससे नियमों की खुलेआम धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं।

Google Advertisement

पर्यटकों की लापरवाही और प्रशासन की अनदेखी
तांदुला डेम के ओवरफ्लो होने का नज़ारा देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक पहुँच रहे हैं। लेकिन, रोमांच के चक्कर में ये लोग बेहद खतरनाक हरकतें कर रहे हैं। वे जलाशय के दूसरी तरफ, जहाँ पानी का बहाव तेज़ होता है, वहाँ जाकर तस्वीरें और वीडियो बना रहे हैं। इतना ही नहीं, छोटे-छोटे बच्चों को भी इस तेज़ बहाव वाले पानी के नज़दीक ले जाया जा रहा है, जिससे किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है। यह सब खुलेआम हो रहा है, और हैरानी की बात यह है कि प्रशासन की तरफ से कोई भी सुरक्षाकर्मी या अधिकारी इन पर्यटकों को रोकने के लिए मौजूद नहीं है।तीन साल बाद ओवरफ्लो हुआ तांदुला डेम: जान जोखिम में डालकर फोटो-वीडियो बना रहे पर्यटक, प्रशासन लापरवाह

Google Advertisement

गजपल्ला जलप्रपात हादसा: प्रशासन की नींद टूटी, पर तांदुला पर बेफिक्र
यह उल्लेखनीय है कि हाल ही में गजपल्ला जलप्रपात में रायपुर की एक युवती की डूबने से मौत हो गई थी। इस दुखद घटना के बाद प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से जिले के दो प्रसिद्ध जलप्रपात – गजपल्ला और चिंगरापगार – को अस्थायी रूप से सैलानियों के लिए बंद कर दिया है। इन स्थलों के रास्तों पर पुलिस का पहरा लगाया गया है और प्रशासन ने साफ किया है कि हादसों पर रोक और लोगों की सुरक्षा के लिए यह निर्णय लिया गया है। जब तक पुख्ता सुरक्षा इंतजाम नहीं हो जाते, तब तक यहाँ पर्यटकों की एंट्री पूरी तरह बंद रहेगी।v

एक जलप्रपात पर हुए हादसे के बाद प्रशासन की नींद भले ही टूटी हो, लेकिन तांदुला डेम पर ऐसी ही लापरवाही देखने को मिल रही है। जहाँ एक ओर जलप्रपातों पर प्रतिबंध लगाकर सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है, वहीं दूसरी ओर तांदुला डेम पर पर्यटकों को जान जोखिम में डालने से रोकने वाला कोई नहीं है। प्रशासन को इस ओर तुरंत ध्यान देने और तांदुला डेम पर सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम करने की ज़रूरत है, ताकि कोई और अप्रिय घटना न हो।तीन साल बाद ओवरफ्लो हुआ तांदुला डेम: जान जोखिम में डालकर फोटो-वीडियो बना रहे पर्यटक, प्रशासन लापरवाह

Want to engage with this content?

Like, comment, or share this article on our main website for the full experience!

Go to Main Website for Full Features

Dr. Tarachand Chandrakar

Senior Journalist & Editor, Nidar Chhattisgarh

Dr. Tarachand Chandrakar is a respected journalist with decades of experience in reporting and analysis. His deep knowledge of politics, society, and regional issues brings credibility and authority to Nidar Chhattisgarh. Known for his unbiased reporting and people-focused journalism, he ensures that readers receive accurate and trustworthy news.

More by this author →
👉 Read Full Article on Website