तुलसी पूजा के नियम: जानें किसे करनी चाहिए और किसे नहीं, साथ ही इसका धार्मिक महत्व!

तुलसी का पौधा हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र और पूजनीय माना जाता है। इसे भगवान विष्णु का प्रिय और देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है। घर में तुलसी का पौधा होने से सुख-समृद्धि और शांति का वास होता है। लेकिन, तुलसी पूजा से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण नियम और मान्यताएं हैं जिनका पालन करना आवश्यक है। शास्त्रों के अनुसार, कुछ विशेष परिस्थितियों वाले लोगों को तुलसी पूजा से बचना चाहिए। आइए जानते हैं इन नियमों और वर्जित बातों के बारे में विस्तार से।

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तुलसी पूजा के नियम: जानें किसे करनी चाहिए और किसे नहीं, साथ ही इसका धार्मिक महत्व! तुलसी का पौधा हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र और पूजनीय माना जाता है। इसे भगवान विष्णु का प्रिय और देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है। घर में तुलसी का पौधा होने से सुख-समृद्धि और शांति का वास होता है। लेकिन, तुलसी पूजा से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण नियम और मान्यताएं हैं जिनका पालन करना आवश्यक है। शास्त्रों के अनुसार, कुछ विशेष परिस्थितियों वाले लोगों को तुलसी पूजा से बचना चाहिए। आइए जानते हैं इन नियमों और वर्जित बातों के बारे में विस्तार से।

किन्हें नहीं करनी चाहिए तुलसी पूजा?

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कुछ विशेष वर्ग के लोगों को तुलसी पूजा नहीं करनी चाहिए। इसके पीछे कई धार्मिक कारण हैं:

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    तामसिक भोजन और व्यसन वाले लोग: जो लोग शराब, मांसाहार, लहसुन, प्याज जैसे तामसिक भोजन का सेवन करते हैं, उन्हें तुलसी पूजा से बचना चाहिए। तुलसी एक सात्विक पौधा है, और ऐसे घरों में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव हो सकता है, जिससे पूजा का फल नहीं मिलता।

  • अशुद्ध अवस्था में रहने वाले लोग: तुलसी पूजा के लिए शारीरिक और मानसिक शुद्धता अत्यंत महत्वपूर्ण है। बिना स्नान किए या अशुद्ध अवस्था में तुलसी को जल अर्पित करना वर्जित माना जाता है। ऐसे में पूजा का पुण्य नहीं मिलता और दोष लग सकता है।

  • केवल सजावट के लिए तुलसी रखने वाले: यदि आपने घर में तुलसी का पौधा लगाया है, तो उसकी नियमित रूप से पूजा भी करनी चाहिए। केवल सजावट के लिए तुलसी रखना शास्त्रों के अनुसार उचित नहीं माना जाता और इससे नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं।

  • अनैतिक आचरण वाले व्यक्ति: जो लोग झूठ बोलते हैं, छल-कपट करते हैं, या अनैतिक कार्यों में लिप्त रहते हैं, उन्हें तुलसी पूजा से दूर रहना चाहिए। तुलसी पूजा में पवित्रता, ईमानदारी और अच्छे आचरण की आवश्यकता होती है।

तुलसी का पौधा कब लगाना शुभ होता है?

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हिंदू धर्म में तुलसी का पौधा लगाने के लिए गुरुवार और शुक्रवार का दिन अत्यंत शुभ माना जाता है। इन दिनों में तुलसी का रोपण करने से भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

इन दिनों न तोड़ें तुलसी के पत्ते:

कुछ विशेष तिथियों और समय पर तुलसी के पत्ते तोड़ना अशुभ माना जाता है:

  • द्वादशी तिथि: इस दिन तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए।

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    सूर्य या चंद्र ग्रहण: ग्रहण काल में भी तुलसी के पत्ते तोड़ने से बचना चाहिए।

  • सूर्यास्त के बाद: सूर्यास्त के बाद तुलसी के पत्ते तोड़ना वर्जित माना गया है।

मान्यता है कि इन दिनों में तुलसी माता उपवास रखती हैं।

तुलसी पूजा का महत्व:

तुलसी पूजा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह घर में सकारात्मक ऊर्जा, सुख-शांति और समृद्धि लाने का एक प्रभावी तरीका भी है। नियमों और परंपराओं का पालन करते हुए तुलसी पूजा करने से व्यक्ति को भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे जीवन में खुशहाली बनी रहती है।तुलसी पूजा के नियम: जानें किसे करनी चाहिए और किसे नहीं, साथ ही इसका धार्मिक महत्व!

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Dr. Tarachand Chandrakar

Senior Journalist & Editor, Nidar Chhattisgarh

Dr. Tarachand Chandrakar is a respected journalist with decades of experience in reporting and analysis. His deep knowledge of politics, society, and regional issues brings credibility and authority to Nidar Chhattisgarh. Known for his unbiased reporting and people-focused journalism, he ensures that readers receive accurate and trustworthy news.

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